Baran News: बारां में साइबर थाना पुलिस ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए पीड़ितों के लिए सार्थक साबित हो रही है. साइबर थाना टीम के प्रयासों से पीड़ितों को राशि वापस मिलने में मदद मिल रही है. टीम ने साइबर ठगों से 2 पीड़ितों को 2 लाख 35 हजार रुपये वापस करवाए.


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एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि जिला मुख्यालय पर कुछ दिनों पहले ही साइबर पुलिस थाना शुरू हो गया है. साइबर थाना पुलिस टीम की ओर से वैज्ञानिक तकनीक और साइबर तकनीकों का उपयोग कर आमजन के साथ साइबर ठगी पर अंकुश लगाने को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. 


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बीते दो महीनों में यहां गम्भीर मामलों में 6 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिनको लेकर जांच की जा रही है. साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और पीड़ितों के खाते से निकाली गई राशि को ठगों के बैंक खाते में फ्रिज करवाई है. साइबर थाना टीम ने हाल ही में शीघ्र कार्रवाई कर दो परिवादियों को उनसे ठगी गई करीब 2 लाख 35 हजार रुपये की राशि वापिस खातों में डलवाई है.


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क्या कहना है पुलिस का
डीएसपी नेत्रपाल सिंह ने बताया कि परिवादी न्यू नाकोड़ा कॉलोनी निवासी गिरीराज प्रसाद मरमीत से बिजली का बिल पेंडिंग होने के नाम पर 24 हजार 550 और 49 हजार 550 रुपये सहित कुल 74 हजार 100 रुपये कि ठगी हुई. शिकायत मिलने पर साइबर थाना पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई कर राशि और खाते को फ्रिज करवाया. साइबर पुलिस टीम के प्रयासों से यह राशि वापस परिवादी के बैंक खाते में डलवा दी गई है. 


मांगरोल क्षेत्र के परिवादी हरिशंकर 21 फरवरी को अज्ञात नम्बर से कॉल आया. कॉलर ने खुद को बैंककर्मी बताते हुए क्रेडिट कार्ड बंद करने का झांसा देकर परिवादी से ओटीपी पूछ लिया. अगले दिन परिवादी को बैंक स्टेटमेंट निकलवाने पर 1 लाख 61 हजार रुपये की ठगी का पता लगा. उसने साइबर थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई.


परिवादी के बैंक खाते में वापस दिलवा दी राशि
साइबर थाना टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सम्बंधित बैंक खातों का पता लगवाकर राशि को फ्रिज करवा दिया. साइबर ठगों की ओर से ठगी गई राशि 1 लाख 61 हजार रुपये परिवादी के बैंक खाते में वापस दिलवा दी है. कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में साइबर थाना डीएसपी नेत्रपाल सिंह, अखिलेश त्रिपाठी, हेड कॉन्स्टेबल ज्ञानचंद शर्मा, दिग्विजय सिंह, लक्ष्मण चौधरी, करतार, रोहिताश्व शामिल रहे.