बारां में पशु-पक्षियों के लिए बनेगा 300 बेड का सबसे बड़ा अस्पताल, 35 बीघा जमीन पर 20 करोड़ रु की लागत से निर्माण कार्य जारी
Baran news: बारां में पशु-पक्षियों के इलाज के लिए एक बड़ा अस्पताल बन रहा. करीब 35 बीघा जमीन पर निर्माण कार्य जारी है. 10 डॉक्टर्स, 40 कंपाउंडर व 50 केयर टेकर की टीम होगी. 10 एंबुलेंस रहेंगी, इस पूरे कार्य में 20 करोड़ का बजट है. काम जारी है.
Baran news: बारां में बन रहा एक अस्पताल पशु-पक्षियों के प्रति हमदर्दी का उदाहरण बनेगा. बारां से 12 किमी दूर बड़ा बालाजी के सामने 35 बीघा जमीन पर इस अस्पताल की बिल्डिंग व सुविधाओं पर 20 करोड़ रु. खर्च होंगे. इसमें हर पशु-पक्षी के इलाज की हर सुविधा होगी. जरूरत पर ऑपरेशन और पुनर्वास का काम होगा. पशु लावारिस हो या पालतू, सारा इलाज मुफ्त होगा. घायल पशु पक्षीयों को लाने के लिए एंबुलेंस की सुविधाएं भी चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगी.
श्री महावीर गोशाला कल्याण संस्थान के अध्यक्ष गौतम जैन बोरड़िया बताते हैं कि काम 95% पूरा हो चुका है. 14 फरवरी को शुरू किया जा रहा है, यह सारा काम खान और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के प्रयासों ओर भामाशाहों के सहयोग से हो रहा है. अस्पताल में 3 मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, डायग्नोस्टिक लैब, 300 बेड की क्षमता वाले वार्ड व पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड हैं.
जल्द मशीनें व उपकरण आ जाएंगे. 10 डॉक्टर्स, 40 कंपाउंडर व 50 केयर टेकर की टीम होगी. 10 एंबुलेंस रहेंगी जो कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़ से बीमार व घायल पशु-पक्षियों को लाएंगी.
डॉ. चंद्रशेखर भटनागर प्रोजेक्ट डायरेक्टर पद पर ज्वॉइन कर चुके हैं. इनकी देखरेख में काम चल रहा है. वे बताते हैं ऑक्सीजन सिस्टम सेंट्रलाइज्ड रहेगा. इससे पहले कोटा में सिटी पार्क में परिंदों के लिए 90 फीट ऊंची, 50 मीटर लंबी व 150 टन वजनी आइवेरी बनाई है. इसमें 25 से अधिक प्रजातियों के 200 पक्षी रखे जा सकेंगे. पास ही एक रूम बनाया गया है, जहां बाहरी पक्षियों को क्वारेंटाइन किया जाएगा. फिर आइवेरी में शिफ्ट करेंगे.
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