Kishanganj: बारां के षाहाबाद क्षेत्र के खैराई गांव के पास सडक की पुलिया एक साल पहलें टूट गई, लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कोई मरम्मत नहीं किया गया, जिसके बाद से लोग जानजोखिम में डालकर वैकल्पिक मार्ग से गुजरनें को मजबूर हैं. बारिश के दौरान  आवागमन बंद हो जाता है, ऐसें में एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग परेशान होते हैं.  


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सेमलीफाटक से खैराई, धतुरिया की ओर जाने वाली मुख्य सड़क लगभग आधा दर्जन गांवों का आवागमन इसी सड़क के माध्यम से होता है. उस सड़क की पुलिया पिछली बरसात से टूटी पड़ी है. ग्रामीण मनोज मेहता, विपिन मेहता, शंकरलाल मेहता, निलेश मेहता रामदयाल राजकुमार और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पिछली बरसात से ही यह पुलिया टूटी हुई है. 


कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया, लेकिन आज तक पुलिया का निर्माण कि ओर मरम्मत किया नहीं हुआ. क्षेत्र में पिछलें दिनों जिला परिषद ओर पंचायत समिति के हुए चुनावों के दौरान भी जनप्रतिनिधियों के सामने यह समस्या रखी. जनप्रतिनिधियों ने समस्या का समाधान चुनावों में जीत के का आष्वासन दिया, लेकिन चुनाव तो निकल गए और जिन्होंने गांवों में जाकर आश्वासन दिया. वह भी चुनाव जीत गए, लेकिन आज तक वह जनप्रतिनिधि इन गांवों में दोबारा नहीं आए और ना ही ग्रामीणों की समस्या का समाधान हुआ.


ग्रामीणों ने बताया कि आवागमन के लिए यह एकमात्र सड़क है, जिससे करीब आधा दर्जन गांव जुड़े हुए हैं. अब वापस बरसात होने लगी है, लेकिन पुलिया जस की तस है. अधिक होने पर बरसात पर आवागमन पूरी तरह से हो जाता है ओर गांव के आने जाने का कोई और रास्ता नहीं है एक रास्ता खेतों से होकर जखौनी तक पहुंचता है, जिससे बरसात में आना जाना संभव नहीं है. 


अभी भी टैक्टर ट्राली निकालने में काफी परेशानी होती है. बारिश के दौरान यदि किसी को कोई गंभीर बीमारी होती है तो वह भी समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाता है, जिससे मरीजों की बिना उपचार के अस्पताल पहुंचते ही मौत हो जाती है, ग्रामीणों की मांग है की फिलहाल हमारे आने-जाने के लिए प्रशासन कोई वैकल्पिक व्यवस्था करे और पुलिया का शीघ्रता से मरम्मत कार्य किया जाए, ताकि बारिश के दौरान ग्रामीणों को निकलने में असुविधा नहीं हो.


Reporter: Ram Mehta