Anta : राजस्थान के बारां के अंता में किस तरह से स्वच्छ भारत मिशन की धज्जिंया उड़ रही है. इसकी बानगी का नजारा नीलकंठ कॉलोनी के पास मेन रोड पर नगर पालिका डाले जा रहे गंदगी के ढेरों से लगाया जा सकता है. कई गांवो से जुड़े इस मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में वाहन चालकों समेत राहगीरों की आवाजही बनी रहती है जो इस मार्ग से गुजरते समय नगर पालिका को जमकर कोसते हुए नजर आते है.


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अंता की नील कंठ कॉलोनी के पास बिशनखेड़ी रोड पर लम्बे समय से नगर पालिका कस्बे से निकलने वाले कचरे को डाला जा रहा है, जिसके कारण रोड के दोनों और कचरे के बड़े बड़े ढेर लग गए है, जो ना सिर्फ खुले आम बीमारियों को निमंत्रण दे रहे है, बल्कि इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों के लिए सिर दर्द बने हुए है.


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ऐसा नहीं है की इस विकट समस्या की जानकारी पालिका प्रशासन को ना हो. बल्कि लम्बे समय से इस समस्या को नजर अंदाज किया जा रहा है. जिसका खामियाजा इस मार्ग से रोजाना गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. दूसरी तरफ यहां फैले कचरे के ढेरों पर दिनभर आवारा जानवरों का जमघट लगा रहता है और गायें कचरे को खाकर मौत को गले लगाने पर मजबूर हो रही है.


ये सड़क बिशनखेड़ी ,भोज्याखेड़ी, लदवाड़ा, रायपुरिया समेत अंता कस्बे को जोड़ती है. जिसके कारण रात दिन इस रोड पर बड़ी संख्या मे वाहन चालकों की आवाजाही बनी रहती है. इस स्थान पर फारेस्ट विभागद्वारा शहरी व्रक्ष कुंज और शहरी क्षेत्र की जनता के लिऐ मोर्निंग वाकिंग ट्रैक बनाया जाना था.


लेकिन अंता नगर का संग्रहित कचरा इसी जगह पर डाला जा रहा है, यहां पर फारेस्ट विभाग की तरफ से 850 पौधे लगाये गये थे, जो कि एक ऑक्सीजन सप्लीमेंट्री जॉन बनाना था, लेकिन यहां कचरे के ढेर लगे होने और आने जाने का रास्ता नहीं होने से ये प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चला गया.


रिपोर्टर- राम मेहता