Chhabra : राजस्थान के बारां के छीपाबड़ौद के हरनावदाशाहजी कस्बे में जलापूर्ति के दौरान नलों को खुला छोड़कर पानी की बर्बादी करने और नलों के पानी से सीधे सड़कों पर छिड़काव करने वालों की अब खैर नहीं होगी. कस्बे में दो समय की जलापूर्ति के दौरान हो रही पानी की बर्बादी को रोकने के लिए आखिर जलदाय विभाग हरकत में आ ही गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विभाग के सहायक अभियंता योगेश कुमार ने सुबह जल्दी ही कस्बे में पंहुचकर कई मोहल्लों में बिना टोंटी के नलों से हो रहे पानी के दुरुपयोग के नजारे देखे और लोगों को समझाइश के साथ सख्त हिदायत दी. इस दौरान उपसरपंच संजय पारेता, ग्राम विकास अधिकारी देवलाल नागर, कनिष्ठ अभियंता भी साथ थे. जानकारी के अनुसार कस्बे में नलों से दो समय की जलापूर्ति हो रही है. इस दौरान पर्याप्त सप्लाई के बावजूद कई मोहल्लों में पानी कम दबाव से आने की शिकायत बनी रहती है.


लेकिन इसका प्रमुख कारण नलों में टोटियां नहीं लगी होने से पानी का व्यर्थ बहाव होना है. ज्यादातर मोहल्लों में लोगों ने अपने नलों में टोटियां नहीं लगवा रखी है. ऐसे में पानी भरने के बाद बंद करने का सिस्टम नहीं होने से पानी व्यर्थ ही सड़कों और नालियों में बहता रहता है. जिससे निचले इलाकों की नालियों में पानी के बहाव का उफान नजर आता है. जबकि ऊंचाई पर बसे मोहल्ले के नलों में पानी नही आने या कम दबाव से आने की शिकायत बनी रहती है.


साथ ही नालियों के पास खुले पड़े नलों से होकर गंदा पानी पाइपलाइन में भरकर पानी को भी दूषित कर रहा है. जब विभाग के अधिकारियों ने पुलिस थाना भवन के पीछे से लेकर कुशवाह मोहल्ले और नागर मोहल्ले में नलों की स्थिति देखी तो वो भी दंग रह गए. ज्यादातर नलों में टोटियां नहीं मिली और इन खाली नलों से पानी बेकार नाली में बह रहा था. इस दौरान कनिष्ठ अभियंता ने ऐसे नल कनेक्शन काटने के निर्देश दिए. 


बाद में लोगों के द्वारा टोटियां लगवाने का आश्वासन देने के बाद समझाइश करते हुए अगली बार जुर्माने के साथ कनेक्शन विच्छेद करने की चेतावनी भी दी. उन्होंने बताया कि नलों के पानी को लोग ऐसे ही बर्बाद करते नजर आए. लीकेज की शिकायतें भी आई सामने आई. जिसपर एईएन ने कर्मचारियों को पाबंद करते हुए तुरंत प्रभाव से लाइनों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही ढलान वाले मोहल्लों की सप्लाई वाल्व लगाकर रोकने और दूसरे मोहल्लों को पानी पंहुचाने के लिए समुचित बंदोबस्त के भी निर्देश दिए.


नलों से पानी की बर्बादी की जानकारी के बाद सुबह जल्दी टीम के पंहुचकर घरों में लगे नलों के हालात देखे. लोगों ने नलों को खुला छोड़ रखा है, जिससे पानी की बर्बादी हो रही है. जिसे रोकने के लिए  समझाइश करके छोड़ दिया गया है. एक दो दिन में फिर से निरीक्षण किया जाएगा और जिस के घर का नल बिना टोंटी के या खुला पानी बहता मिला तो उसके नल कनेक्शन विच्छेद की कार्रवाई के साथ जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी.


रिपोर्टर- राम मेहता


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें