Baran News: राजस्थान के बारां के मांगरोल तहसील क्षेत्र से गुजर गई पार्वती नदी में अवैध खनन जोरों पर हैं. यहां रोज 100 से 200 ट्रैक्टर अवैध रेत भरकर गुजरते हैं, जिन्हें रोकने टोकने वाला कोई नजर नहीं आता है. पार्वती नदी की पुलिया की लिंक सड़क रपट और ढलान वाली होने के कारण नदी से रेत भरकर ले जाती ट्रैक्टर ट्रॉली से निकलने वाली पानी से ढलान फिसलन हो गई है. जिससे यहां से गुजरने वाले दुपहिया वाहन चालकों को दुर्घटनाग्रस्त होने का अंदेशा बना रहता है.


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वही पुलिया के लिंक रोड पर बनी ढलान और रपट के दोनों और की मिट्टी की सही ढंग से सफाई नहीं कराने से सड़क पूरी तरह से सिकुड़ चुकी है. वही ट्रैक्टर निकलने के दौरान दो पहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है. वहीं इस दौरान अगर सामने चौपाया वाहन जाए तो उन्हें साइड में काफी समय तक खड़ा रखना पड़ता है, क्योंकि इस मार्ग पर साइड लेने की भी जगह नहीं बची हैं.


बिसलाई गांव के पास पार्वती नदी में अवैध खनन जलस्तर उतरने के साथ ही शुरू हो जाता है,  जो मई-जून के महीने तक चलता रहता है. पार्वती नदी में केवल बरसात के दिनों में अवैध खनन रुकता है, वो भी प्रशासन और पुलिस की कार्यवाही के कारण नहीं बल्कि पार्वती नदी में जल प्रवाह अधिक होने के कारण रुकता है. पार्वती नदी में अवैध खनन जारेला, बिस्लाई, नंद गावड़ी समेत नदी किनारे बसे सैकड़ों गांव में होता है. हाल ही में जारेला गांव के समीप अवैध रेत खनन के रास्ते को लेकर विवाद होने पर मामला थाने तक पहुंचा था, जिसके बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने जेसीबी की मदद से अवैध रेत से भरकर गुजरने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली के रास्ते में खाई करवाई थी. लगातार हो रही पार्वती नदी में अवैध खनन से नदी का स्वरूप बिगड़ रहा है.


Reporter: Ram Mehta 


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