Baran News: बारां में करंट की चपेट में आने से हुई व्यक्ति की मौत के बाद आज बारां शहर में हंगामा देखने को मिला ,दरअसल मृतक के परिजन और किसान संघ से जुड़े लोग शव को बिजली कार्यालय ले जाकर अपनी मांगे रखना चाहते थे , इस दौरान पुलिस जबरन अपनी निगरानी में एंबुलेंस को उसके गांव ले गई, इस दौरान बेटे के विरोध करने पर पुलिस ने बेटे को सड़क पर पटक दिया और बिना बेटे को लिए ही शव को उसके गांव ले गए.


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दरअसल बीते शनिवार को सदर थाना क्षेत्र के चौकी भैरूपुरा गांव में लाइन मरम्मत के दौरान गाँव का ही 62 वर्षीय बद्रीलाल सुमन करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया था. जिसकी आज कोटा एमबीएस में इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत के बाद शव को परिजन और ग्रामीण बिजली दफ्तर लाकर अपनी मांग रखना चाह रहे थे.


लेकिन पुलिस ने शव को रास्ते में ही रोक कर उसे जबरन उसके गांव भेज दिया. इस दौरान मृतक के बेटे अरविंद ने जब इसका विरोध कर एंबुलेंस के आगे लेट गया तो पुलिस ने उसे उठा कर सड़क किनारे पटक दिया और बिना बेटे के ही मृतक को अपनी निगरानी में उसके गांव ले गई. परिजनों का आरोप है कि लाइनमैन मोंटी और एक ग्रामीण देवीलाल ने बद्रीलाल को खंबे पर चढ़ाया था ,


जहाँ तार जोड़ने के दौरान उसे शटडाउन होने की बात कही लेकिन तार छूते ही लाइन चालू होने की वजह से बद्रीलाल करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया , जिससे उसकी आज इलाज के दौरान कोटा एमबीएस अस्पताल में मौत हो गई.


किसान संघ से जुड़े लोग जिला कलेक्ट्री पहुंच गए


पुलिस द्वारा जबरन उसके बेटे को सड़क पर पटकने और ग्रामीणों से अभद्रता की सूचना पाकर भाजपा नेता और किसान संघ से जुड़े लोग जिला कलेक्ट्री पहुंच गए, जहाँ पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन की अगवाई में ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मिलकर मृतक के परिजनों को मुआवजे और दोषी विद्युत कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी. फिलहाल प्रशासन इस मामले में जांच की बात कह रहा है.


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