Chauhtan, Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर जिले से लगते भारत-पाक बॉर्डर स्थित बाखासर में धार्मिक भावनाएं भड़काने और हिंदू ग्रंथ जलाकर अपमान करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद हिंदू समाज के लोगों में आक्रोश का माहौल है. वहीं, पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हिंदू ग्रंथ जलाने वाले 3 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं, पुलिस इस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही है. 


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जानकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक बॉर्डर से लगते बाखासर गांव में 2 दिन पहले एडवोकेट अमृत धंदे व कश्यप द्वारा बौद्ध धर्म दीक्षा ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और उस कार्यक्रम के बाद बौद्ध धर्म ग्रहण करने वाले लोगों ने हिंदू धर्म के ग्रंथों की प्रतियां जलाई और पैरों से रौंद कर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए. इसके बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया और हिंदू समाज में इस घटना के विरोध आक्रोश का माहौल है और कल बाखासर कस्बे में हिंदू समाज के लोगों ने एकत्रित होकर इस पूरी घटना का विरोध किया. हिंदू धर्म की ग्रंथ जलाने वाले लोगों के खिलाफ बाखासर थाने में मामला दर्ज करवाया है. 


पुलिस ने इस पूरे मामले में तीन लोगों को आईपीसी की धारा 151 के तहत हिरासत में लिया है और पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है. बाड़मेर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह का कहना है कि इस कार्यक्रम के बाद हिंदू ग्रंथ जलाने की बात सामने आने के बाद पुलिस अलर्ट है और जो ग्रंथ जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, उसको भी रोकने का प्रयास किया जाएगा. 


इस पूरे मामले को लेकर हिंदू समाज के लोगों का कहना है कि यह देश हिंदुस्तान है, हिंदुओं के स्थान को ही हिंदुस्तान कहा गया है. हम सभी धर्म और वर्गों का सम्मान करते हैं, लेकिन कोई भी व्यक्ति हमारे हिंदू धर्म के ग्रंथों को जलाने की घटना और अपमान को हिंदू कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. पुलिस को इन लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए. 


लोकतांत्रिक देश में किसी को भी कोई धर्म ग्रहण करने की आजादी है. यंहा पीढ़ियों से लोगों में भाईचारा बना हुआ है, लेकिन पाकिस्तान की सीमा से सटे बॉर्डर इलाकों में इस तरह की धार्मिक भावनाएं भड़काने की जो घटनाएं हो रही हैं, वह देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती हैं.