बाड़मेरः बालोतरा में जसोलधाम ने असाड़ा में पांच बेंच की भेंट, श्रद्धालुओं को मिलेगा आराम
आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान सामाजिक सरोकार के कार्य कर रहा है, मंदिर संस्थान की ओर से असाड़ा ग्राम स्थित श्री हनुमान जी मंदिर में दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पांच बेंचे भेंट की.
बालोतराः आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान सामाजिक सरोकार के कार्य कर रहा है, मंदिर संस्थान की ओर से असाड़ा ग्राम स्थित श्री हनुमान जी मंदिर में दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पांच बेंचे भेंट की. साथ ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जागसा में आयोजित हुई 66 वीं जिला स्तरीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता के समापन अवसर कार्यक्रम में भी शिरकत की.
इस दौरान रावल किशनसिंह जसोल ने कहा कि मन्दिर संस्थान हमेशा से ही सेवा कार्यो को लेकर आगे रहा है. आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान भी सामाजिक कार्यो को लेकर प्रशासन के साथ कार्य कर रहा है. चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में हो, स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो या फिर जरूरत मंद लोगों की सहायता के लिए हो हमेशा ट्रस्ट इस सामाजिक सरोकार में आगे रहता है.
मन्दिर संस्थान ने कोविड के दौर में भी राजकीय नाहटा जिला चिकित्सालय के साथ कई अस्पताल में चिकित्सा उपकरण भेंट कर मानवीय सेवा कार्यो को किया है. उन्होंने कहा कि सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि हम अपने समाज व समाज में रहने वाले लोगों के लिए कुछ अच्छा करें. हम सभी को चाहिए कि हम आगे आएं और जरूरतमंद लोगों की मदद करें. उन्होंने कहा कि जसोल धाम में आने वाला पैसा सेवा कार्यो में लगाया जा रहा है, जिनमे लाखों लोगों की आस्था निहित है.
इस तरह के संस्थान द्वारा सामाजिक सरोकार के आयोजनों में जन मानस को भी भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं. जागसा खेल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में बच्चों को संदेश दिया कि खेल छात्रों के सर्वागिण विकास के लिए आवश्यक है. खेल न केवल मनोरंजन का साधन बल्कि यह हमें एकजुट रहने का संदेश भी देता है, साथ ही विजेता छात्रों को पुरस्कार वितरित कर सम्मानित किया.
इस दौरान कुंवर हरिश्चंद्रसिंह जसोल, मांगू सिंह जागसा, लालसिंह सिसोदिया, वरिंगाराम चौधरी, ठा. गणपत सिंह, सुरेंद्र सिंह, शम्भु सिंह, भूपतसिंह, नारायणसिंह, सुखपालसिंह, प्रेमसिंह, रणवीर सिंह, जोगसिंह, प्रवीण जैन, मांगीलाल जैन, खीमसिंह राजपुरोहित, प्रवीण सिंह टापरा व भीमसिंह टापरा, रतन माली बालोतरा मौजूद रहे.