Barmer news: 5 नवंबर 2020 को गलती से रात के समय सरहद की तारबंदी पार कर गए गेमरा राम मेघवाल की पाकिस्तान से 28 महीने बाद  वतन वापसी हुई हैं. जिसके बाद बीजराड़ थाना पुलिस शनिवार को गेमरा राम मेघवाल को अटारी बॉर्डर से बाड़मेर लेकर पहुंची. जंहा पर पुलिस  गेमरा राम को कोर्ट में पेश करेगी. उसके बाद सुरक्षा एजेंसी गेमरा राम से सयुक्त पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करेगी.
क्या है मामला
गौरतलब है कि 4 नवंबर 2020 की रात को गेमरा राम प्रेमिका से मिलने गया था और रात्रि में प्रेमिका के परिजनों ने देख लिया उसके बाद डर के मारे तारबंदी पार कर पाकिस्तान चला गया था और उसके बाद पाक रेंजर्स में गेमरा राम को पकड़ लिया था.


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24 जनवरी 2021 से गेमरा राम पाकिस्तान की हैदराबाद जेल में बंद था वही 28 महीने बाद 14 फरवरी 2023 को गेमरा राम की पाकिस्तान से अपने वतन के लिए वापसी हुई है. वहीं गेमरा राम के खिलाफ बाड़मेर के बीजराड़ थाना में 2 साल पहले एक पोस्को एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हो रखा है. जिसमें बीजराड़ थाना पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी.
पाकिस्तान में बहुत हुआ टार्चर
 गेमरा राम ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि शुरुआत के 6 महीनों में पाकिस्तान मैं उसको बहुत ही टॉर्चर किया गया और आंखों पर पट्टी बांधकर उल्टा लटका कर बेरहमी से मारपीट करते थे. और पूछते थे कि तुम यहां क्यों आए होऔर तेरे को यह किसने भेजा है.  6 महीने बाद कराची जेल भेज दिया गया. जहां पर 21 महीने जेल में रहने के बाद मुझे रिहा किया और 14 फरवरी वैलेंटाइन डे दिन वाघा अटारी बॉर्डर से भारतीय अधिकारियों को सुपुर्द किया. जिसके बाद बीजराड़ थाना पुलिस अब गेमरा राम को बाड़मेर लेकर पहुंची है.


गेमरा राम ने बताया कि पाकिस्तान की जेलों में 700 से अधिक भारतीय बंद है और उनके हालात बहुत ही बदतर है सरकार को जल्द पैरवी करके उन सब लोगों को वतन वापसी करवानी चाहिए.