Barmer News: बाड़मेर जिले के समदड़ी थाना क्षेत्र के अजीत कस्बे में मां की ममता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई . जहां एक कलयुगी मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को कड़ी धूप में ट्रेन की पटरियों के पास झाड़ियों में छोड़ दिया. राह चल रहे ग्रामीणों ने जब नवजात की किलकारी सुनी तो भाग कर मौके पर पहुंचे तो हर किसी का दिल पसीज गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- उदयपुर में सजा धर्म सभा का मंच, बाघेश्वर धाम और कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने हिन्दुओं को दिए ये मंत्र 


एक मासूम नवजात बच्ची इस कड़ी धूप में तड़प रही थी जिसके बाद ग्रामीणों ने अजीत चौकी पुलिस को सूचना दी. पुलिस व ग्रामीणों ने नवजात बच्ची को समदड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया जहां उसका इलाज चल रहा है.


जानकारी के अनुसार, शुक्रवार दोपहर को ट्रेन की पटरी ओं के पास से ग्रामीण निकल रहे थे. इस दौरान झाड़ियों में नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद ग्रामीण दौड़कर झाड़ियों में गए तो भीषण गर्मी में कंटीली झाड़ियों के बीच सॉल व चदर में लिपटी तड़पती हुई नवजात बच्ची दिखाई दी. जिसके बाद ग्रामीणों ने अजीत चौकी पुलिस को सूचना दी.


पुलिस व ग्रामीणों ने नवजात बच्ची को समदड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया जहां पर उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची स्वस्थ उसका वजन 2 किलो 300 ग्राम है और प्राथमिक उपचार के बाद शिशु गहन उपचार इकाई में इलाज के लिए बालोतरा रेफर कर दिया है.


गौरतलब है कि स्थानीय लोगों की सजगता वह पुलिस की मुस्तैदी के चलते नवजात बच्ची को समय पर बचा लिया गया नहीं तो रेल की पटरियों के पास घूमने वाले आवारा स्वान व सूअरों का भी शिकार बन सकती थी. फिलहाल समदड़ी थाना पुलिस नवजात बच्ची को झाड़ियों में छोड़ने वाले माता-पिता की तलाश में जुट गई है.


ये भी पढ़ें- आज भी युवाओं के दिल में धड़क रहे भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू,इस वजह से बनें हैं यूथ आईकॉन, श्रद्धांजलि सभा में गूंजा इंकलाब