Barmer: पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले की मरु गंगा के नाम से विख्यात जीवनदायिनी लूनी नदी में बिपरजॉय तूफान के बाद जालौर सिरोही पाली में भारी वर्षा के साथ बड़े-बड़े तालाबों में पानी की आवक से ओवर फ्लो होने से लूणी सुकड़ी एवं बांडी नदी तीनों में पानी आगे बढ़ रहा है,वहीं हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पाली जिले की व्यापारिक इकाइयों से इकट्ठा रसायनिक पानी भी लूनी नदी में छोड़ दिया गया है. 


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आज शाम या कल सवेरे तक समदड़ी की रपट को पार करते हुए आगे निकलने की संभावना है, पानी का वेग तेज बताया जा रहा है,तीनों ही नदियों का मिलन समदड़ी क्षेत्र में होता है,जिसे त्रिवेणी संगम भी कहते हैं,सुकड़ी नदी का पानी क्षेत्र के मंजल ढींडस के रास्ते से आगे बढ़कर लुणी में पहुंच रहा है. जिससे दोनों गावों का संपर्क टूट गया.ग्राम पंचायत बहाव को देखते हुए बबूल की गाड़ियों की कटाई शुरू कर दी है. वहीं, ग्रामीणों को पानी से दूर रहने की हिदायत दे रही है.


प्रशासन ने इन इन गांवों को किया अलर्ट जारी,ढिढस,मजल,कोटड़ी रानीदेशीपुरा, रामपुरा, खेजडियाली,अजीत, भलरोंकाबाडा समदड़ी, करमावास, सिलोर, लालाना, जेठंतरी नदी किनारे वाली ग्राम पंचायत को अलर्ट रहने की हिदायत, बांडी नदी भी धुंदाडा के पास लूणी में शामिल होती हैं.


सुकड़ी मजल ढीढास के बीच में होते हुए रानीदेशीपुरा के पास लूणी में शामिल होती हैं,ढिढस,मजल,कोटड़ी रानीदेशीपुरा,रामपुरा, खेजडियाली,अजीत, भलरोंकाबाडा समदड़ी,करमावास,सिलोर,लालाना,जेठंतरी नदी किनारे वाली ग्राम पंचायत को अलर्ट रहने की हिदायत, बांडी नदी भी धुंदाडा के पास लूणी में शामिल होती हैं.


सुकड़ी मजल ढीढास के बीच में होते हुए रानीदेशीपुरा के पास लूणी में शामिल होती हैं.इस बार सभी जगह भारी बारिश से देखने को मिल सकता है, त्रिवेणी नदियों का संगम.जिले का सबसे बड़ा बांध मैली में जबरदस्त आवक इससे भी पानी छोड़ा जा सकता है लुणी नदी में.


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