Barmer News : एक तरफ एमएसपी की मांग को लेकर पंजाब और  हरियाणा के किसानों का प्रदर्शन  केंद्र सरकार और किसानों के बीच तनातनी का माहौल है, वही देश की पश्चिमी सरहद पर स्थित बाड़मेर जिले में भी बिजली समस्याओं को लेकर पिछले आठ दिनों से धरने पर बैठे अब किसानों की मांगों पर सुनवाई नहीं होने से किसान वह भी सरकार से आर- पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं.


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 गुरुवार को शिव उपखंड क्षेत्र के एक दर्जन कस्बे बंद रखकर किसानों ने ट्रैक्टर से रैली निकालकर भियाड़ उप तहसील मुख्यालय पर पहुंचे, जहां पर उग्र आंदोलन का आव्हान किया.


बता दें कि, किसानों को रबी की फसल की सीजन में समय पर बिजली नहीं मिलने और साल 2022 में रबी की फसल खराबे की अनुदान राशि जल्द दिलाने की मांग को लेकर 8 फरवरी से भियाड़ उप तहशील मुख्यालय पर विद्युत विभाग ऑफिस के आगे धरने पर बैठे हैं.  किसानों का कहना है कि, रबी की फसल की बुवाई से लेकर अब तक समय पर विद्युत सप्लाई नहीं मिलने और अघोषित विद्युत कटौती से किसानों के खेतों में जीरा ईसबगोल, सरसों अरंडी की खेती बर्बाद हो गई है.


 इसके बाद आक्रोशित किसान विद्युत तंत्र को सुधारने के लिए 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि शिव उपखंड क्षेत्र में निर्माणाधीन 220 केवी जीएसएस का कार्य जल्दी तीव्र गति से पूरा हो,विद्युत सब स्टेशन में 23 साल पुराने पेंथर केपीसीटर बदले जाए, विद्युत विभाग में रिक्त पदों पर जल्दी नियुक्ति, उंडू 132 केवी जीएसएस से जैसलमेर जाने वाली विद्युत सप्लाई बंद कर बिजली किसानों की दी जाये सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है.


 गुरुवार को एक दर्जन से अधिक गांवो व कस्बो को बंद रख कर भियाड़ उप तहशील मुख्यालय पर ट्रैक्टर रैली निकाल कर प्रदर्शन किया.वही किसानों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए कानून व्यवस्था के मध्य नजर पुलिस बल तैनात किया गया है किसानों ने अपनी मांगे नहीं माने जाने तक आंदोलन को तेज करने व लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.