Barmer news: करीब 25 साल बाद बाड़मेर शहर से जुड़ी बाहरी क्षेत्र की 60 हजार आबादी के लिए 2023 का साल सौगातें लेकर आया है. बाड़मेर शहर से लगती ग्राम पंचायत बिदासर, बाड़मेर ग्रामीण, बाड़मेर गादान व बाड़मेर मगरा के राजस्व गांवों को नगर परिषद में शामिल किया है. कई सालों से शहर से जुड़ी आबादी के लोग सीमा विस्तार की मांग कर रहे है. इसको लेकर वसुंधरा सरकार के समय भी अधिसूचना जारी की गई थी, लेकिन उसे निरस्त कर दिया था. अब 5 साल बाद एक बार फिर शहरी सीमा विस्तार इन कॉलोनीयो को नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किया है जिसके बाद अब इन शहर से सटी कॉलोनियों को विकसित करने के लिए नगर परिषद के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. 


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बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त योगेश आचार्य ने बताया कि नगर परिषद सीमा विस्तार के साथ ही 15000 एकड़ नई जमीन नगर परिषद को प्राप्त हुई है.
नगर परिषद के पास इन कॉलोनियों में विकास कार्यों के लिए सफाई कर्मचारी व मशीनरी के संसाधन भी सीमित है लेकिन फिर भी नगर परिषद ने सीमा विस्तार के तुरंत बाद इस नए क्षेत्र को विकसित करने के लिए करोड़ों रुपए के विकास कार्यों के टेंडर जारी कर धरातल पर कार्य शुरू कर रही है. जिसके तहत प्रथम चरण में सड़क निर्माण नाला निर्माण रोड लाइट व पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा. 


नगर परिषद ने पूरे क्षेत्र की वीडियोग्राफी करवाने का कार्य भी शुरू कर दिया है ताकि किसी भी प्रकार से खाली पड़ी सरकारी भूमि पर भूमाफिया कब्जा नहीं कर पाए और उसकी भी निगरानी रखी जाए. साथ ही सरकार से बजट मिलेगा उसे इन कॉलोनियों को विकसित किया जाएगा वही नगर परिषद के पास भी आय के पर्याप्त स्रोत हैं उसी राजस्व से संसाधनों का क्रय इन ग्रामीण क्षेत्र को पूरा विकसित किया जाएगा.


बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि पिछले कई सालों से बाड़मेर शहर से सटे ग्रामीण आबादी नगर परिषद क्षेत्र में लेने के लिए मांग रही थी जिसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व मंत्री शांति धारीवाल ने नगर परिषद का क्षेत्र विस्तार कर शहर से सटे ग्रामीण इलाकों को नगर परिषद क्षेत्र में लिया है इन कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन के लिए ₹47 करोड़ स्वीकृत हुए हैं. सड़क नाली सीवरेज व विद्युतीकरण का कार्य भी जग शुरू करवा कर यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके.