Pachpadra, Barmer News: बाड़मेर के बालोतरा निकटवर्ती पारलू गांव के अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने अफ्रीका के तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतेह कर देश का नाम रोशन किया है. अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को सुबह 7:00 बजे फतह कर किलिमंजारो चोटी पर 151 फीट भारत का तिरंगा लहरा कर देश का नाम गर्व से रोशन किया. साथ ही वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया और पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने राजस्थान पुलिस का ध्वज भी लहराया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पर्वतारोही कैलाश ने बताया कि उनके कोच अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सोहन तंवर उनके प्रेरणास्रोत है. अफ्रीका के किलिमंजारो टीम मेंबर से बात करने पर बताया कि कैलाश एक बहादुर पावर मैन है. उन्होंने कम समय में किलिमंजारो की सबसे ऊंची चोटी को सम्मिट किया है और अपने देश का नाम गर्व से ऊंचा किया. 


अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सोहन तंवर ने अपने जानकारी के अनुसार, बताया अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में किलिमंजारो पर्वत स्थित है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत में से एक है. पर्वतारोही कैलाश राष्ट्रीय स्तरपर एथलेटिक्स भी रह चुके हैं. 


पर्वतारोही कैलाश कुमार एक ग्रामीण क्षेत्र से है, उनके पिता एक किसान है. उनका जन्म गरीब परिवार में हुआ है. कैलाश कुमार के पिता घेवरराम ने बताया कि अपने बेटे को अफ्रीका भेजने के लिए उन्होंने अपनी जमीन को गिरवी रख कर अपने बेटा कैलाश कुमार के सपनों को साकार करने के लिए उन्हें भेजा. काफी प्रयास पर भामाशाह सपोर्ट नहीं मिल पाया तो कैलाश के पिता अपने बच्चे के सपने को साकार करने के लिए हमेशा आगे खड़े रहें. 


इसी के साथ पूर्व राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी के सुपुत्र अरुण चौधरी हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं. उसी के साथ माननीय भामाशाह के रूप में एडिशनल एसपी नितेश आर्य, तगाराम बाड़मेर, पारलू सरपंच चौधरी, कृष्ण सेवा संस्थान बालोतरा, मोहनलाल मेघवाल ब्यावर, नरसिंहराम चौधरी पारलू, टीखमाराम जैसलमेर आदि का आशीर्वाद मिला तभी जाकर ये फतेह की. 


यह भी पढ़ेंः Khatu Shyam Ji: भक्त बाबा श्याम को लिख रहे खत, दरबार में लखदातार को पुजारी पढ़कर सुना रहा चिट्ठियां