बाड़मेर: आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम पर जानलेवा हमला करवा कर उसके हाथ पैर तोड़ने व पांव में कील ठोकने के मामले में 10 महीने बाद एसओजी ने कार्रवाई करते हुए हमले के मास्टरमाइंड नगराज उर्फ नगाराम पूर्व सरपंच को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जहां पर एसओजी की टीम ने शनिवार को न्यायालय में पेश किया जहां पर न्यायालय ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है.


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गौरतलब है कि 21 दिसंबर 2021 को आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम का अपहरण कर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की और हाथ पैर तोड़ दिए थे जिसके बाद यह मामला राज्य सरकार तक पहुंचा था और षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई दिनों तक जयपुर शहीद स्मारक पर अमराराम सहित आरटीआई कार्यकर्ताओं ने आर एल की सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन भी किया था.


पूरे मामले की जांच राज्य सरकार ने एसओजी को सौंप दी थी और एसओजी की टीम ने इस पूरे मामले की जांच करते हुए षड्यंत्रकारी पूर्व सरपंच नागराज का मोबाइल जब्त कर एफएसएल जांच में भेजा गया, जिसमें ऑडियो क्लिप में यह पुष्टि हुई कि कुंपलिया के पूर्व सरपंच नगराज ने आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम पर जानलेवा हमला करवा कर उसके हाथ पैर तुड़वाये थे. एसओजी ने शुक्रवार को एसओजी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल सिंह ने नागराज को गिरफ्तार किया और आज कोर्ट में पेश किया जहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गौरतलब है कि इस मामले में अपहरण कर उसके साथ जानलेवा हमला करने वाले चार आरोपियों को तुरंत पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.