Barmer News : राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना कस्बे में ब्रिज बनने के बाद एनएचआई की ओर से बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते मामूली बारिश से ही लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है.


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जगह-जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है, जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जलभराव के चलते अब स्थिति ये हो चुकी है कि जगह-जगह जलभराव के चलते सर्विस रोड पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो गई है.


जगह-जगह गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं. बार-बार ग्रामीणों द्वारा एनएचआई अधिकारियों को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की मांग की जा रही है लेकिन अधिकारियों के कानों से जूं तक नहीं रेंग रही है.


समस्या को लेकर लोग कई बार जिला कलेक्टर तक पर फरियाद लगा चुके हैं. लेकिन एनएचआई की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. ये तस्वीरें मुख्य चौराहे, पुलिस थाना, और बैंक ऑफ बड़ौदा के पास की है जहां जलभराव के चलते लोगों का पैदल तो दूर वाहनों से चलना भी मुश्किल हो चुका है.


 इन गड्ढों की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं. इतना ही नहीं करीब 5 किलोमीटर तक लंबी ब्रिज के दोनों तरफ सर्विस रोड पर गंदगी के अंबार लगे पड़े हैं पानी निकासी के लिए बनाए ड्रेन पूरी तरह से गंदगी से डटे पड़े हैं.


साफ सफाई पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. दिनभर वाहनों की आवाजाही के चलते धूल के गुबार उड़ते नजर आते हैं. जिसके चलते आसपास के दुकानदार भी परेशान हैं.  ग्रामीणों द्वारा बार-बार कहने के बावजूद भी एनएचआई अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.


बंद कर दिये गए अंडरपास ब्रिज निर्माण कार्य से पूर्व एनएच 15 पर पहाड़ी से आने वाले पानी की निकासी के लिए पांच जगह अंडरपास बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था थी, लेकिन ब्रिज निर्माण के दौरान उन्हें बंद कर दिया गया.


2017 से ये समस्या लगातार सामने आ रही है, कई बार NHAI के अधिकारीयों को समस्या समाधान की मांग को लेकर ग्रामीण अवगत करवा चुके हैं. अधिकारीयों ने कई बार विजिट कर के लोगों को भरोसा भी दिलाया, लेकिन अभी तक अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगना मुसीबत बनती जा रही है.


ब्रिज निर्माण के दौरान निर्माणकर्ता कंपनी की ओर से निर्माण के दौरान ब्रिज के पास दोनों और सर्विस रोड के पास पानी निकासी की व्यवस्था के लिए नाली का निर्माण किया. लेकिन कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया.


ग्रामीणों की तरफ से बार-बार मांग के बाद एनएचआई ने खाना पूर्ति के लिए छोटे पाइप लगाकर इतिश्री कर दी और वो भी मिट्टी और गंदगी से भरे हुए हैं. कई जगहों पर तो नाली क्षतिग्रस्त हो जाने से लोगों ने मिट्टी और पत्थर डालकर इसे बंद कर दिया. इसलिए वहां से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है.


उचित समाधान को लेकर ग्रामीण कई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन एनएचआई की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. अगर एनएचआई ने समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो, पहाड़ी से आने वाला पानी धोरीमन्नावासियों के लिए समस्या बन सकता है, अगर ज्यादा बारिश होती है तो अधिकतर ढलान में आए घर भी जलमग्न होने की स्थिति में है.


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