Barmer: जिले की गुड़ामालानी विधानसभा के धोरीमन्ना कस्बे से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 68 पर ब्रिज बनने के बाद, पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के चलते बारिश के दिनों में पूरा कस्बा जलमग्न हो जाता है. बारिश के समय दुकानों व स्थानीय लोगों के घरों में पानी घुस जाता है. ब्रिज निर्माण के दौरान एनएचएआई द्वारा समुचित पानी निकासी का प्रबंध नहीं करने की गलती का स्थानीय लोग पिछले 5 साल से लगातार दंश झेल रहें हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

धोरीमन्ना कस्बे से निकलने वाले नेशनल हाईवे 68 पर ब्रिज बनने के बाद हमेशा लग रहे लंबे जाम से तो स्थानीय लोगों को निजात मिल गई, लेकिन उसके साथ ही उनके लिए एक बहुत बड़ी समस्या भी खड़ी हो गई. ब्रिज बनने के दौरान बारिश के पानी की निकासी को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया, जिसके चलते बारिश के मौसम में स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है.  
धोरीमन्ना कस्बे में नेशनल हाईवे 68 पर ब्रिज बनने के बाद पहाड़ी से आने वाले पानी निकासी को लेकर एनएचएआई द्वारा कोई ठोस प्रबंध नहीं करने की वजह से आए दिन, मामूली बारिश से जलभराव के बाद हालात बिगड़ जाते हैं.


बारिश के मौसम में तो मामूली बारिश के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के पास सर्विस लाइन पर भारी मात्रा में बारिश का पानी जमा हो जाता हैं. पानी की निकासी नहीं होने की वजह से वहां से गुजरने वाले राहगीरों, वाहन चालकों व स्कूली छात्रों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही हैं. बाइक सवारों का तो वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है. कई बार ते बच्चे वहां नहाने का आनंद लेने भी आ जातेहै, जैसे मानों स्विमिंग पूल या तालाब हो.


यह भी पढ़ें- जिंदगी भर पति से ये बातें छिपाती है हर पत्नी, आखिरी दम तक नहीं बताती, खुद ले सकते टेस्ट


स्थानीय लोगों व दुकानदारों का कहना है कि पिछले 5 वर्षों से यह हाल जस के तस है. पानी निकासी के ठोस प्रबंध को लेकर कई बार स्थानीय प्रशासन, एनएचएआई अधिकारियों यहां तक की जिला कलेक्टर को भी समस्या समाधान की मांग करते करते थक चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई ही नहीं कर रहा. हालात यह हो गए हैं कि बारिश आते ही कई दुकानदारों को तो शटर बंद कर घर लौटना पड़ता है.


जानकारी के अनुसार ब्रिज निर्माण के दौरान कुछ खामियां रखी गई, जिस वजह से जलभराव की स्थिति पैदा होती है. पूर्व में हाईवे के नीचे से बारिश के पानी की निकासी को लेकर अंडरपास बने थे, उन्हें ब्रिज निर्माण के दौरान लापरवाही पूर्वक बंद कर दिया गया, उस वजह से अब जलभराव की स्थिति हो रही है. अगर एनएचएआई उन्हें पुनः शुरू कर देती है तो जलभराव की स्थिति से छुटकारा मिल जाएगा. स्थानीय प्रशासन को कई बार अवगत करवाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने पर कई लोग सड़क पर उतर रहें हैं, लेकिन बार बार स्थानीय प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों से समझाइश कर समस्या समाधान का भरोसा दिलाते हैं लेकिन हल आज तक नहीं हुआ है.


बाड़मेर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.


यह भी पढ़ें- अपनी उम्र से बड़े पार्टनर पर क्यों मर-मिटते हैं लड़के-लड़कियां, आप भी जानिए खासियतें


यह भी पढ़ें- महज 20 की उम्र में कमसिन हसीना अवनीत कौर ने सोशल मीडिया में मचाया तहलका, फोटोज वायरल