Gujarat and Himachal election results 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव और हिमाचल प्रदेश चुनाव की तस्वीर साफ हो चुकी है. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में हरीश चौधरी और रघु शर्मा दोनों ताकतवर मंत्रियों में गिने जाते थे. हरीश चौधरी राजस्व मंत्री का जिम्मा संभाल रहे थे.  तो रघु शर्मा स्वास्थ्य महकमा देख रहे थे. रघु शर्मा का नाम उन गिने चुने लोगों में भी रहता था जो लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में आगे रहते थे. कांग्रेस आलाकमान ने इन दोनों नेताओं पर भरोसा जताते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी. हरीश चौधरी को पंजाब का प्रभारी बनाया गया. और रघु शर्मा को गुजरात चुनाव जिताने की जिम्मेदारी दी गई.


हरीश चौधरी कितने कामयाब रहे 


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हरीश चौधरी को जिस समय पंजाब का प्रभारी बनाया गया था. तब अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे. अक्टूबर 2021 में ये जिम्मेदारी दी गई थी. पंजाब के साथ चंडीगढ़ की जिम्मेदारी भी दी थी. इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनावों के समय भी हरीश चौधरी वहां के सहप्रभारी थे. हरीश चौधरी से पहले हरीश रावत वहां के प्रभारी थे. पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा था. बतौर प्रभारी पंजाब में सत्ता अमरिंदर सिंह से लेकर चरणजीत सिंह चन्नी को देने के साथ साथ इसी साल हुए चुनावों में पार्टी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी हरीश चौधरी के कंधों पर ही थी. अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लड़ाई चल रही थी. पार्टी ने दोनों को किनारे कर चन्नी को सीएम बनाया. उसके बाद अमरिंदरसिंह ने अलग पार्टी बनाकर बीजेपी से गठबंधन किया. मोदी सरकार ने किसान कानूनों पर भी कदम पीछे खींचे. चुनाव परिणाम आए तो कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई. एकतरफा जीत के साथ आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सरकार बनाई.


गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा


रघु शर्मा राजस्थान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. वो अजमेर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीतकर चर्चाओं में आए थे. 2018 में अजमेर की केकड़ी सीट से जीतकर गहलोत कैबिनेट में शामिल हुए थे. रघु शर्मा को भी अक्टूबर 2021 में गुजरात का प्रभारी बनाया गया था. गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस पिछले चुनाव में अपने ही परिणाम की आधी सीटें भी नहीं जीत पाई. कांग्रेस 2 दर्जन सीटें भी नहीं जीत पाई. 


गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने भी राजस्थान से ही ताल्लुक रखने वाले भूपेंद्र पटेल को जिम्मेदारी थी. रघु शर्मा के साथ साथ भूपेंद्र पटेल की भी यहां परीक्षा थी. इससे पहले पंजाब में भी कांग्रेस की कमान बाड़मेर के बायतू से विधायक हरीश चौधरी के पास थी तो वहां भी उनका मुकाबला राजस्थान से ही ताल्लुक रखने वाले गजेंद्र सिंह शेखावत से था. हालांकि शेखावत भी पंजाब में बीजेपी को जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो पाए थे. लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव परिणाम भूपेंद्र पटेल के लिए जरुर शुभ संकेत है.