बाड़मेर: किसान, मजदूर, पशुपालकों व युवाशक्ति की आवाज बनकर उभर रही वीर तेजा नव सृजन संस्थान बाड़मेर का मासिक सम्मेलन जिला मुख्यालय स्थित हरिदयालु कौशल महाविद्यालय बाड़मेर में आयोजित हुआ, जिसमें नशा, बालविवाह, मृत्युभोज, अंधविश्वास सहित कई सामाजिक कुरीरियों को मिटाने व शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार को बढावा देकर समाज को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान कराने जैसे विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ.


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हरिदयालु कौशल महाविद्यालय के संस्थापक एवं प्राचार्य डाॅ. जसवंतसिंह मायला ने परामर्शदाता के रुप में अपने सम्बोधन में समय की महत्ता एवं सोशल मिडिया के दुष्परिणामों को इंगित करते हुए बताया कि महापुरुषों के तप एवं बलिदानस्वरुप हमारी संस्कृति आज भी जिन्दा है और हमें भी उन्हीं के पदचिह्नों पर चलकर समाज को ऊंचाइयां प्रदान करने में योगदान देना चाहिए.


युवाओं के हितैषी योगाचार्य महिपाल कमेड़िया ने बताया कि समय परिवर्तन चाहता है इसलिए समय की मांग को ध्यान में रखते हुए हमें कदम से कदम व कंधे से कंधा मिलाकर साथ-साथ आगे बढने की आवश्यकता है. सम्मेलन का नेतृत्व करते हुए ललित चौधरी ने जिलेभर में मजबूत संगठन व सकारात्मक विचारधारा के साथ स्थानीय कर्मचारियों, शिक्षकों व सरपंचों के परस्पर सहयोग से जन जागृति अभियान के जरिए सामाजिक कुरीतियों व असामाजिक गतिविधियों के नियंत्रण पर जोर दिया. इस दौरान चौहटन ब्लाॅक अध्यक्ष पूनमचंद भींचर, मेज़र डिफेन्स अकेडमी के संचालक अशोक धतरवाल सहित कई कार्यकर्ताओं ने विचार रखे.


कार्यक्रम के संचालनकर्ता एवं संस्था सचिव विरमदेव बूड़िया ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत करते हुए एकजुट रहकर संस्था के उद्देश्यों को गति प्रदान करने पर बल दिया. इस दौरान भंवर डुडी, नाथुराम गोदारा, वभुताराम नेहरा, सिंगर सुरेश जाखड़, किशन डऊकिया, रमेश भाम्भू, गणपत चौधरी, ओमप्रकाश नेहरा, जुंजाराम गोदारा, बालाराम, प्रदीप, ऊकाराम, लाखाराम, जगदीश, कंवराराम, हरीश, पाबुराम, पन्नाराम व खुमाराम चौधरी सहित कई लोग मौजूद रहे.