अनुपयोगी बॉल पेन्स का उपयोग कर छात्रों ने दिया पर्यावरण को बचाने का संदेश
बाड़मेर जिले में इन दिनों स्कूलों में चल रहे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूली बच्चे विभिन्न कौशल ग्रीष्मकालीन शिविरों के माध्यम से अलग-अलग गतिविधियों में भाग ले रहे हैं.
Siwana: बाड़मेर जिले में इन दिनों स्कूलों में चल रहे ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूली बच्चे विभिन्न कौशल ग्रीष्मकालीन शिविरों के माध्यम से अलग-अलग गतिविधियों में भाग ले रहे हैं. और अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं.
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इसी के तहत मेरामचंद हुंडिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मोकलसर कक्षा नवमीं की छात्राओं ने अनुपयोगी बॉल पेन का उपयोग कर विद्यालय का अनोखा मॉडल बनाया. इस बारे में विद्यार्थी ने बताया कि, अमूमन विद्यार्थी बॉल पेन का उपयोग कर उन्हें फैंक देते हैं तथा हर बार नई बॉल पेन का उपयोग करते हैं .
बॉल पेनो के इधर उधर बिखरने से आस-पास का वातावरण भी प्रभावित होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापक - गणित एवं समय समय पर नवाचारों की अलख जगाने वाले कुमार जितेन्द्र जीत के निर्देशन में कक्षा नवमीं की छात्राओं खुशबु कुमारी, ईशा , हिना, गोदावरी, प्रियंका और गीता ने मिलकर विद्यालय की छात्राओं के जरिए उपयोग करने के बाद फेंके गए बॉल पेनो को एकत्रित कर एक अनोखा मॉडल तैयार किया है. जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता है.
छात्राओं के जरिए विद्यालय की प्रधानाचार्य कृष्णलाल जांगिड़ को यह मॉडल भेंट किया. प्रधानाचार्य कृष्ण लाल जांगिड़ ने मॉडल बनाने वाली छात्राओं की हौसलाअफजाई की. इस अवसर पर वरिष्ठ अध्यापक कुमार जितेन्द्र जीत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सागर देवी सहित समाज सेवा शिविर में भाग लेने वाली विद्यालय की बालिकाएं उपस्थित रहीं .