दलित होने का `दर्द` झेल रहे मासूम, सरकारी स्कूल में दलित बच्चों के साथ भेदभाव का VIDEO वायरल
Barmer News: सरकारी स्कूल में दलित बच्चों के साथ भेदभाव करने का वीडियो बाड़मेर जिले से राजस्थान सरकार में मंत्री केके विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र गुड़ामालानी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धोली नाडी का है.
Barmer News: आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक भेदभाव के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. देश में भले ही छुआछूत के खिलाफ कड़े कानून बन गए हैं लेकिन ग्रामीण इलाकों में आज भी सरकार द्वारा समानता की लाख कोशिशें के बावजूद भी जातीय भेदभाव नहीं थम रहा है. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर जिले में के सरकारी स्कूल में सामने आया है. जिसका VIDEO तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
सरकारी स्कूल में दलित बच्चों के साथ भेदभाव करने का वीडियो बाड़मेर जिले से राजस्थान सरकार में मंत्री केके विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र गुड़ामालानी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय धोली नाडी का है. जिसमें स्कूली बच्चों के पोषाहार खाने के बर्तन भी अलग रखें जा रहे हैं. बच्चों व उनके परिजनों का कहना है कि पिछले 1 साल से दलित समुदाय के बच्चों को परेशान किया जा रहा है.स्वतंत्रता दिवस पर भी दलित बच्चों को स्कूल से बाहर निकाल दिया गया.
स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर बना भोजन भी दलित स्कूली बच्चों को नहीं खिलाया गया. सोशल मीडिया पर भेदभाव का वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग व प्रशासन में हड़कंप मच गया. वीडियो पर बाड़मेर पुलिस ने सफाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट कर बताया,'' एसडीएम, तहसीलदार,सीबीईओ गुड़ामालानी,पटवारी व सरपंच स्कूल में हाजिर हैं. स्कूल में पोषाहार बन रहा है सभी बच्चों को एक साथ बैठा कर पोषाहार खिलाया जाएगा. वहीं इस पूरे मामले को लेकर प्रार्थी राऊराम मेघवाल ने धोरीमना थानाधिकारी को लिखित में रिपोर्ट दी है जिसको लेकर भी थानाधिकारी को आवश्यक विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
सरकारी स्कूल में भेदभाव की घटना के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आया और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गुड़ामालानी CBEO को मौके पर भेज कर इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मुरलीधर यादव ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.