6 घंटे की मशक्कत के बाद परिजन आरएसी जवान का शव लेने को राजी, बेटे ने जताई हत्या की आशंका
हिण्डौन डीएसपी किशोरी लाल (DSP Kishori Lal) ने बताया कि आरएसी का जवान बयाना के लक्खी का नंगला गांव निवासी बहादुर सिंह गुर्जर 9 दिसंबर से लापता था.
Karuali: हिण्डौन सिटी में करीब 8 दिन से लापता चल रहे आरएसी के हेड कांस्टेबल का गुरुवार को जलसेन तालाब में शव मिलने से सनसनी फैल गई. शुक्रवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया. परिजन और ग्रामीणों के विरोध के चलते पुलिस को समझाइश और मांगों पर सहमति बनने में कई घंटे लग गए. इसके बाद ही परिजन शव ले जाने के लिए तैयार हुए. इस दौरान अस्पताल परिसर में सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस और आरएसी जवान मौजूद रहें. मृतक हेड कांस्टेबल के पुत्र ने अपने पिता के अपहरण और हत्या की आशंका की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई है.
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हिण्डौन डीएसपी किशोरी लाल (DSP Kishori Lal) ने बताया कि आरएसी का जवान बयाना के लक्खी का नंगला गांव निवासी बहादुर सिंह गुर्जर 9 दिसंबर से लापता था. पुलिस उसे उसी दिन से तलाश कर रही थी. एक दिन पहले गुरुवार को शाम उसका शव थाने के सामने स्थित जलसेन तालाब में तैरता हुआ मिला. पुलिस ने उसका शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. शुक्रवार को पुलिस जब तीन डॉक्टरों के मेडिकल वोर्ड से मृतक का पोस्टमार्टम करा रही थी तभी सैकडों की संख्या में उपस्थित ग्रामीण और परिजनों ने मौत की जांच सीबीआई से कराए जाने और मृतक को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर विरोध कर दिया और पोस्टमार्टम नहीं करने दिया.
इस पर हिण्डौन, टोडाभीम, सूरौठ, श्रीमहावीरजी, गुढाचंद्रजी, नादौती, बालघाट आदि थानों की पुलिस और आरएसी के जवान सरकारी अस्पताल पहुंच गए. पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा भी करौली से हिण्डौन आ गए और कोतवाली में बैठ पूरे मामले पर निगरानी करने लगे. करीब 6 घंटे की समझाइश के बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार हुए. पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरएसी जवान को मिलने वाले सभी परिलाभ परिजनों को दिए जाएंगे और प्रकरण की निष्पक्षता के साथ शीघ्र जांच की जाएगी. डीएसपी किशोरी लाल ने बताया कि मृतक के पुत्र सतवीर सिंह की ओर से प्रकरण में अपहरण और हत्या की आशंका के आरोप की रिपोर्ट दर्ज की गई है जिसमें पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है.
मृदुल कच्छावा पुलिस अधीक्षक करौली ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा की जा रही मांग मृतक की राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, मृतक के परिजनों को अनुकंपा नौकरी, मृतक को शहीद का दर्जा देने के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखना और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने का आश्वासन दिया गया है.
Reporter: Rakesh Agrawal