Bharatpur: फसल खराबे को लेकर कलेक्टर ने अधिकारियों और जल संसाधन विभाग के साथ की बैठक
कलेक्टर आलोक रंजन ने जिले के जलभराव क्षेत्रों में फसल खराबे से किसानों को हो रहे नुकसान के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों, जल संसाधन विभाग और संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों की शनिवार को बैठक लेकर जल भराव की समस्या के समाधान के संबंध में चर्चा की.
Bharatpur: जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने जिले के जलभराव क्षेत्रों में फसल खराबे से किसानों को हो रहे नुकसान के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों, जल संसाधन विभाग और संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंचों की शनिवार को बैठक लेकर जल भराव की समस्या के समाधान के संबंध में चर्चा की.
बैठक में जिला कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि डीग एवं कामां क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में जल भराव के कारण किसानों को हो रहे नुकसान से बचाव के लिये स्थाई समाधान के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये.
उन्होंने जिले की अन्तर्राज्यीय सिंचाई नहरों पर स्काडा लगाकर राज्य को मिलने वाले जल के हिस्से को पूरा गेज में प्राप्त करें जिससे जिले में सिंचाई के लिये जल की पर्याप्त मात्रा किसानों को मिल सके. उन्होंने अधीक्षण अभियंता को गुडगांवा कैनाल की क्षमता बढाने के लिये प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भिजवाने के निर्देश दिये. राज्य सरकार द्वारा जिले की सिंचाई नहरों को पक्का बनाने एवं मरम्मत कार्यों के लिये की गई बजट घोषणा के निर्माण कार्यों में तेजी लाकर समय पर पूरा करायें.
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत बरौली चौथ , बहज , सामई खेडा, कौंरेर , तालफरा की जल भराव की समस्या समाधान के लिये गोवर्धन कैनाल में पाईप लाईन के जरिये अतिरिक्त जल निकासी हेतु परियोजना के प्रस्ताव तैयार करने, ग्राम पंचायत कासौट के जल भराव की समस्या के समाधान के लिये मांढेरा रूध में मनरेगा योजना के तहत तालाब बनाने , ग्राम पंचायत नौनेरा ,खेडी गुमानी ,जुरहरा, जुरहैडी, सहेडा, के जल भराव क्षेत्रों के पानी की निकासी गुडगांवा कैनाल में करने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये. उन्होंने जल भराव की समस्या को रोकने के लिये सिंचाई नहरों की मरम्मत और पक्का करने प्रस्ताव तैयार कर आगामी 7 नवम्बर को जिला मुख्यालय पर यूआईटी ऑडिटोरियम में चल रही बजट पूर्व चर्चा में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये जिससे आगामी बजट में इन वित्तीय प्रस्तावों को स्वीकृत कराये जा सकें.
उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिये कि गुडगांवा कैनाल, भरतपुर फीडर एवं अन्य सिंचाई नहरों से किसानों द्वारा पाइप और सायफन लगाकर की जा रही चोरी को प्रभावी तरीके से रोकें जिससे क्षेत्र में जल भराव की समस्या न हो. बैठक में डीग के पूर्व प्रधान यदुवीर सिंह, कासौट सरपंच मुन्ना सिंह , सामई सरपंच गजाधर शर्मा ने जल भराव की समस्या के स्थाई समाधान के संबंध में अपने विचार प्रकट किये. बैठक में डीग प्रधान शिखा फौजदार, उपखण्ड अधिकारी हेमन्त कुमार, उपखण्ड अधिकारी कामां दिनेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी और संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच मौजूद रहे.
यह भी पढ़ेंः महापौर उप चुनाव: रश्मि सैनी को प्रत्याशी बनाने से BJP में फूट, दाव पर विधायकों की साख
यह भी पढ़ेंः नेशनल कैंसर जागरूकता दिवस: रोगियों के लिए इम्यूनोथेरेपी एक वरदान- डॉ. ताराचंद गुप्ता