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Bharatpur News: भरतपुर (Bharatpur) के निवासी रशीद खान (Rashid Khan ) गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल देता है. बता दें की  रमज़ान (Ramzan) और नवरात्रि का एक साथ होने के चलते सांप्रदायिक सद्भाव देखने को मिला है. ऐसे चेहरे समय समय पर चर्चा में रहते हैं. रशीद अपने दुकान पर  मां दुर्गा का फोटो लगाते हैं और वह हर साल  नवरात्रि (Chaitra Navratri) पर व्रत भी रखते हैं. रशीद कहते हैं की रोजा रखने के साथ साथ मंदिर में नगाड़ा बजाने के साथ साथ नवरात्रि का व्रत भी रखते हैं. वह मानते हैं की उनके जीवन में माता के मेहरबानी से ही आर्थिक व माली संकट दूर हुआ है. इसलिए उनके परिवार की माता रानी पर अटूट श्रद्धा है.


रशीद ने बताया की मैं पिछले 36 साल से रंजीत नगर के मां दुर्गा (Maa Durga) मंदिर में नवरात्रि में नगाड़ा बजाकर हाजिरी लगा रहा हूं. मां दुर्गा भक्त जो भी ईनाम  स्वरूप रूपये देते हैं वही लेता हूं. मां दुर्गा के ही आशीर्वाद से ही कि 7 बच्चियों के साथ दो बच्चों की शादी हो पाई है. मां दुर्गा मंदिर के भक्तों और महंतों की आर्थिक सहायता से ही यह सब संभव हुआ है. मेरे कई पीढ़ियों ने भरतपुर के राजपरिवार (Royal Family)के कई कार्यक्रमों व  मांगलिक कार्यक्रमों में नगाड़ा बजाने का काम किया है. नगाड़ा बजाने का काम मेरा पुश्तैनी है.


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सालों से मां दुर्गा के दरबार में बजा रहे हैं नगाड़ा
रशीद खान कहते हैं की मां दुर्गा मंदिर में बजाने से पहले मैं बैंड बाजों में काम करता था. मेरी मुलाकात अचानक मंदिर के ट्रस्ट में शामिल एक  से हुई आदमी से हुआ और उन्होंने मुझे नवरात्र में नगाड़ा बजाने की पेशकश की. पिछले 36 साल से लेकर के आज तक मैं मां दुर्गा के दरबार में नगाड़ा बजाने का काम कर रहा हूं. मां दुर्गा का इतना आशीर्वाद मिला की रोजी-रोटी का जुगाड़ हो गया.1983 से लगातार मैं हर वर्ष नवरात्रों में नगाड़ा बजाने के साथ-साथ व्रत भी रखता हूं. मां के आशीर्वाद से मेरे सभी  बच्चों की शादी हो गई. और मेरा अपना बैंड भी है. मां के आशीर्वाद से मेरी आर्थिक स्थिति भी ठीक हो गया है.


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