Bharatpur news: अजमेर के केसरपुरा का रहने वाला गजेंद्र (30) वर्ष अजमेर से भरतपुर ट्रेलर लेकर आ रहा था. ट्रेलर में 840 सीमेंट के कट्टे थे. आगरा जयपुर नेशनल हाईवे पर आरटीओ ने नाकाबंदी की हुई थी. जहां सभी लोडिंग वाहन चेक किये जा रहे थे. तभी गजेंद्र ट्रेलर को लेकर पहुंचा. गजेंद्र का ट्रेलर अंडरलोड था. आरटीओ के कर्मचारियों ने गजेंद्र को ट्रेलर रोकने का इशारा किया, लेकिन गजेंद्र ने ट्रेलर नहीं रोका और भरतपुर की तरफ उसे लेकर निकल गया. 


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तभी आरटीओ के अधिकारियों ने ट्रेलर के पीछे आरटीओ की बोलेरो कार लगा दी. आरटीओ अधिकारियों से बचने के लिए गजेंद्र ने ट्रेलर को काफी स्पीड में दौड़ाया और अनियंत्रित होकर ट्रेलर पलट गया. पूरी सड़क पर सीमेंट फैल गए. गजेंद्र ट्रेलर के केबिन में फंस गया. हादसे के बाद आरटीओ के अधिकारी वहां से भाग निकले.


घटनास्थल के पास नाले बनाने का काम कर रहे मजदूर राकेश ने बताया की, आरटीओ ने नाकाबंदी की हुई थी. 


तभी यह ट्रक वहां से निकला. आरटीओ के कर्मचारियों ने ट्रेलर को रुकने का इशारा किया, लेकिन ट्रेलर नहीं रुका, आरटीओ की गाड़ी ट्रेलर के पीछे आई और ट्रेलर अनियंत्रित होकर पलट गया. हमने ड्राइवर को केबिन से बाहर निकाला. सबसे बड़ा सवाल यह है कि नेशनल हाइवे पर आरटीओ फ्लाइंग जांच के नाम पर वसूली करती है और वसूली से बचने के लिये ट्रक या ट्रेलर जब बचकर भागने की कोशिश करते हैं तो इस तरह के हादसे सामने आते हैं.


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