सपोटरा: कालागुड़ा ग्राम पंचायत के गांव सिमिर बाग में गुरुवार को कैलादेवी व रणथंभोर वन्यजीव अभ्यारण्य के टाइगर ने एक युवक पर अचानक हमला बोल दिया. गांव वालों के मुताबिक यह रणथंभोर वन्यजीव अभ्यारण्य की उदासीनता के कारण हुआ है. खबर के मुताबिक यह टाइगर पिछले पांच दिनों से गांव के आस-पास घूम रहा था, लेकिन रणथंभोर वन्यजीव अभ्यारण्य के लोगों ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया.


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ग्रामीणों की मानें तो टाइगर टी-104 ने जब युवक पर हमला किया तब वह अपने घर के आंगन में चारपाई पर बैठा था. तभी टाइगर ने युवक पर पीछे से सिर व गर्दन पर हमला कर दिया और घसीटते हुऐ रतालू के खेत में ले गया. लेकिन परिजनों व ग्रामीणों के लामबंद होने पर टाइगर युवक को मृत हालत में छोड़कर बाजरे के खेतों में दुबक गया. 


हालांकि, घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के एसीएफ के पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने अधिकारियों का घेराव करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया. लेकिन जिला प्रमुख अभय कुमार व एडीएम सुरेश कुमार की समझाईश से मामला शांत कराया गया. दूसरी ओर मृतक का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हाड़ौती में पोस्टमार्डम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. 


ग्रामीण राजेन्द्र सिंह, कमल, जीतराम माली, भंवर सिंह, जतीराम आदि ने बताया कि मृतक पिंटू पुत्र रामसहाय माली सिमिर के आरामपुरा स्थित घर से दूध लेकर आया था और अपने ही आंगन में चारपाई पर बैठा था. वहीं, करीब 8:15 बजे दिन से सिमिर व फतेहपुर क्षेत्र में विचरण कर रहे टाइगर टी-104 ने पीछे से सिर व गर्दन को दबोच लिया. टाइगर का हमला इतना भयानक था कि युवक को संभलने तक मौका नहीं मिला और तब तक टाइगर उसे घसीटते हुए रतालू के खेत में ले गया. 


वहीं, युवक की मां ने हिम्मत दिखाते हुए दरांती से टाइगर पर वार किया और जोर-जोर से चिल्लाने लग गई. उसकी आवाज सुनकर आरामपुरा टीले के ग्रामीण लामबंद होकर घटनास्थल पर पहुंच गए. शोर-शराबा सुनकर टाइगर युवक को छोड़कर बाजरे के खेत में दुबक गया. टाइगर के इर्दगिर्द होने के बाबजूद ग्रामीण प्रहलाद, हेमराज, गोपाल तथा पिंटू ने हौसला दिखाते हुए पिंटू माली को उठाकर आरामपुरा के टीले पर ले आए लेकिन तब तक युवक मर चुका था.