Karauli: जिले के सबसे बड़े पांचना बांध की नहर में डेढ़ दशक में भी पानी छोड़ने का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. गत 1 माह की अवधि में लगातार तीसरी बार कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को आयोजित बैठक भी एक बार फिर बेनतीजा रही है. 


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संभागीय आयुक्त भरतपुर पीसी बैरवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गुडला पांचना संघर्ष समिति सदस्यों के साथ हुई बैठक में समिति के सदस्यों ने एक बार फिर 39 गांव में पानी मिलने पर ही पांचना बांध से नहरों के लिए पानी छोड़ने की मांग दोहराई है. बैठक के दौरान संभागीय आयुक्त पीसी बैरवाल ने समिति के सदस्यों से सर्वसम्मति बनाते हुए नहर में पानी छोड़ने की अपील की. 


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जिसका समिति सदस्यों ने यह कहते हुए विरोध किया कि पहले उन्हें पांचना बांध के समीपवर्ती 39 गांवों को पानी दिया जाए. उसके बाद नहरों में पानी छोड़ने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. इस दौरान जल संसाधन विभाग के जयपुर वृत्त के अधीक्षण अभियंता अंबुज त्यागी ने जानकारी दी कि यह परियोजना 13 गांव के लिए तैयार हुई है.


पांचना बांध से इन 13 गांव में 200 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा सकता है. इससे ज्यादा पानी देने की स्थिति में हम नहीं हैं. इस पर समिति सदस्यों ने कहा कि इसके समाधान के लिए चंबल नदी से पानी पांचना लाया जा सकता है. जिस पर संभागीय आयुक्त ने कहा कि समिति की मांग को उच्चाधिकारियों से अवगत कराया जाएगा. इस दौरान बैठक में जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत एसपी शैलेंद्र इंदौलिया सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और संघर्ष समिति के सदस्य मौजूद रहे.


Report-Ashish Chaturvedi