दीपक गोयल/जयपुर: टेक्नोलॉजी ने अब भक्त और भगवान के बीच की दूरी को कम कर दिया है. पूजा की ऑनलाइन व्यवस्था भक्तों के लिए भक्ति की राह आसान कर दी है. भक्त गायों के चारा, पक्षियों के लिए दाने से लेकर गरीबों के भोजन और वस्त्र के लिए भक्त ऑनलाइन मंदिरों में भेंट कर रहे हैं. देवस्थान विभाग ने भक्तों की सहूलियत के लिए मंदिरों में दान राशि चढ़ाने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की है. देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर जाकर भक्त सूची में शामिल मंदिरों में ऑनलाइन दान कर सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसमें राजस्थान के 24 प्रमुख मंदिर और तीर्थ स्थलों के अलावा 34 प्रकार के देवी-देवता भी है. इसके लिए देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर दान का विकल्प हैं. खास बात ये है कि इसमें दान का उद्देश्य और प्रयोजन पूछा जाता है. इसमें कोई सफलता के लिए तो कोई खुद की सुरक्षा के लिए दान करते हैं. इसमें कई विकल्प दे रखे हैं. इसमें मंदिर में पुण्यार्थ से स्वास्थ्य सेवा, मनोकामना पूर्ति, गायों की सेवा, विकास कार्य आदि विकल्प है. इसमें भक्त चाहते हैं जिसमें दान कर सकते हैं.


देवस्थान विभाग की ऑनलाइन दान जमा की योजना में भरतपुर के श्री बिहारी जी, बीकानेर के लक्ष्मीनारायण जी, बूंदी के श्री केशवरायजी, हनुमानगढ़ के श्री गोगाजी, झालावाड़ के श्री पद्मनाथ जी, राजसमंद के श्री गढ़बोर चारभुजाजी, टोंक के डिग्गी कल्याण जी, दौसा के श्री मेहंदीपुर बालाजी, जैसलमेर के श्री रामदेवरा, चूरू के श्री सालासर बालाजी, अजमेर के श्रीपुष्करजी, चित्तौडगढ़़ के श्री सांवलिया जी, बांसवाड़ा के श्रीत्रिपुरा सुंदरी, सीकर के खाटू श्यामजी, उदयपुर के एकलिंग जी, सवाईमाधोपुर के चौथ माता, चौथ का बरवाड़ा, डूंगरपुर में श्री बेणेश्वरधाम, जयपुर के श्री मदनमोहन जी, श्री खोल के बालाजी आदि मंदिर में ऑनलाइन दान चढ़ा सकते हैं. 


वेबसाइट पर 34 प्रकार के भगवान के नाम भी दिए गए हैं. इसमें श्री विष्णुजी, शिवजी, ब्रह्माजी, रामजी, कृष्णजी, हनुमानजी, गणेशजी, दुर्गा माता, शीतला माता, सरस्वती माता, लक्ष्मी माता, लक्ष्मण, भैरू, लोकदेवता, गंगा आदि के नाम शामिल है. इन भगवान के यहां भी दान कर सकते हैं.


बहरहाल, देवस्थान विभाग के माध्यम से ऑनलाइन दान करने वाले भक्तों की सूची भी वेबसाइट पर उपलब्ध है. इसमें भक्त की ओर से दान का प्रयोजन व राशि भी लिखी होती है. फरवरी 2019 में 1 लाख 4833 रुपए ऑनलाइन दान राशि जमा हुई है. इसमें एक भक्त ने गृह शांति व पुण्यार्थ मानव सेवा के लिए के लिए एक लाख रुपए श्री रामदेवरा में जमा कराई है.


मंदिरों में चढ़ावा चढ़ाने की इच्छा होगी तो उसी वक्त दरबार में अपनी भेंट चढ़ाई जा सकेगी. राजस्थान के प्रमुख तीर्थ स्थल व मंदिरों में दान राशि चढ़ाने के लिए अब भक्तों को मंदिरों में जाने की जरुरत नहीं है. देवस्थान विभाग ने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि भक्त अब चंद सेकंड में ऑनलाइन दान राशि जमा करा सकते हैं.