भीलवाड़ा: आसींद में भारतीय विद्यार्थी मोर्चा भीम सेना के युवाओं व कार्यकर्ताओं ने इंद्र कुमार प्रकरण सुराणा तहसील सायला जिला जालौर के हत्यारे अध्यापक छैल सिह को फांसी की सजा दिलाई जाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.  मोर्चा ने  मृतक परिवार को एक करोड़ रुपया आर्थिक मुआवजा व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने के साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द करने को लेकर उपखंड अधिकारी संदीप कुमार काकड़ को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया.


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उपखंड कार्यालय अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन में बताया कि एक तरफ तो तथाकथित आजादी के अमृत महोत्सव में सरकार मशगूल है एवं दूसरी तरफ मूलनिवासी बहुजन विद्यार्थी इंद्र कुमार 9 वर्षीय छात्र सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ता था जिससे अध्यापक 20 अगस्त को पानी के मटके से पानी पीने पर जातीय द्वेष था. पूर्वक नादान बच्चे को जातिगत गाली गलौज करते हुए जान से मारने के उद्देश्य से बुरी तरह मारपीट करते हुए घसीट कर पटकते हुए कान व आंख में गंभीर अंदरूनी चोट आई, जिसकी वजह से हॉस्पिटल में अपनी जिंदगी का संघर्ष करते हुए 13 अगस्त को छात्र ने दम तोड़ दिया.


यह एक सोची-समझी मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया गया है. इस घटना से पूरे देश के मूलनिवासी बहुजन समाज व्याप्त हैं हम इसकी कड़ी निंदा करते हुए अध्यापक छैल सिंह को सरकार द्वारा ऑफिसर स्कीम में केस लेकर त्वरित कार्रवाई करते हुए फांसी की सजा व मृतक परिवार को आर्थिक मुआवजा व परिवार को सरकारी नौकरी निजी स्कूल की मान्यता रद्द की जाए .


वहीं, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गोविंदपुरा एकत्रित होकर कस्बे के मुख्य मार्ग से होते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे इस घटना से आसींद के बाजार भी बंद रहे. इस मौके पर समाजसेवी फौजी उदय लाल खटीक गोपाल लाल खटीक अरविंद निर्मल मेघवंशी शांतिलाल विनोद रेगर गजेंद्र खटीक राधेश्याम संदीप खटीक सहित ग्रामीण जन मौजूद थे.


Reporter- Mohammad Khan 


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