Bhilwara: जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में भीलवाड़ा जिला कलेक्टर आशीष मोदी का मानवीय चेहरा नजर आया. जहां भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर स्थित नारायण खेड़ा गांव के रहने वाले एक दिव्यांग दंपत्ति अपना दिव्यांग सर्टिफिकेट को जन आधार कार्ड में लिंक करवाने के लिए पहुंचे. मगर उन्हें कलेक्ट्रेट तक पहुंचने में काफी समस्या हुई.


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जब इस बात की सूचना कलेक्टर मोदी के पास पहुंची तो उन्होंने त्वरित उनके पास अधिकारियों को भिजवा कर उन्हें पानी पिलाया और कुर्सी पर बिठाने के साथ ही बड़े मान और सम्मान के साथ जिला कलेक्टर आशीष मोदी स्वयं उनके पास पहुंचे और उनकी समस्याओं को सुना. यही नहीं जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने स्थानीय उपखंड अधिकारी को कॉल करके निर्देशित भी किया और उनकी समस्या को जल्द उन्हें निजात दिलवाने को कहा.


जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि आज कलेक्ट्रेट में एक दंपत्ति आए हैं. दोनों ही पति पत्नी विकलांग है. जानकारी के अभाव में यह उपखंड स्तर पर या एसडीएम के पास जाने के बजाय सीधा जिला कलेक्ट्री में आ गए हैं जबकि इनकी समस्या का निवारण स्थानीय स्तर पर ही हो सकता था. यहां पर हमने इनका जन आधार कार्ड भी देखा है जो कि पहले से ही चालू था तो हमने यहां से उनको इनका विकलांगता का सर्टिफिकेट निकाल कर दे दिया है और मूल निवास प्रमाण पत्र के लिए हमने स्थानीय एसडीएम से बात की है. कलेक्टर मोदी ने कहा कि इस तरह के केसों का स्थानीय लेवल पर ही निस्तारण किया जाए बेहतरीन होगा. उपखंड स्तर पर सभी ग्राम पंचायतों में 6 माह पूर्व गुरुवार और शुक्रवार को कैंप भी लगाए जा रहे थे फिर भी अगर इस तरह के कोई भी व्यक्ति बच गए हो तो उनकी पूरी मदद की जाएगी और हमारे द्वारा ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाएगा.


यहीं नहीं मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रशासन गांवों के संग व प्रशासन शहरों के संग अभियान चलाया जाएगा. प्रत्येक वार्ड में प्रत्येक पंचायत स्तर पर लगेंगे. वहां पर भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी दी जाएगी कि स्थानीय स्तर पर ही आपकी समस्या का निवारण किया जाएगा. यह सभी दिव्यांगजन पेंशन धारी होते हैं इन सभी को महंगाई कैंप में लाकर के इन केस नंबर रजिस्टर कर बड़े हुए लाभ के बारे में बताया जाएगा.


दिव्यांग भीमराज भील ने कहा कि वह रायपुर के नारायण खेड़ा से भीलवाड़ा 50 किलोमीटर का सफर तय करके बस के माध्यम से आए हैं. उनका आने का कारण अपने विकलांगता सर्टिफिकेट को जन आधार से जुड़वाना है. उन्हें यह पता नहीं था कि वह जिस कार्य के लिए भीलवाड़ा आए हैं वह कार्य वहां भी हो सकता था. उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा कि जिला कलेक्टर ने उनकी समस्या सुनी और जल्दी समस्या का निवारण करने का आश्वासन भी दिया है. यही नहीं जिला कलेक्टर ने हमसे बात की और हमारी समस्याओं को सुना और हमें छोड़ने के लिए एक व्यक्ति को भी हमारे साथ भेजा हमें काफी अच्छा लगा.


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