Bhilwara: जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय में वार्मिंग मशीन की ओवर हीटिंग से हुए हादसे के बाद दो बच्चों की मौत को सरकार ने गंभीरता से लिया है. 


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अजमेर रेंज के चिकित्सा विभाग संयुक्त निदेशक इंद्रजीत सिंह ने हॉस्पिटल का निरीक्षण करते हुए कहा की लेबर रूम में मिठाई के नाम पर पैसों की लत लगे संयुक्त कर्मचारियों के ब्रेनवाश की जरूरत है और इसके लिए अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर को प्रयास करने होंगे. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे वहां से हटाने की जरूरत है.


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मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को एक बार लत लग जाती है तो फिर उसे छुड़ाना मुश्किल होता है. ऐसे कर्मचारियों का ब्रेनवाश किया जाना जरूरी है. सिंह ने माना कि ऐसे कर्मचारियों को कोई भय नहीं होता है और उनका दिल खुल जाता है और उन्हें वहां से हटाने का डर नहीं होता है. ऐसे ही एक मामले में नागौर के स्टाफ को बदला गया था. 


आपको बता दें कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय के लेबर रूम में मिठाई के नाम पर वसूली करने के आरोप लगते रहे हैं. कई बार परिजन इसके खिलाफ आवाज उठा चुके हैं, लेकिन स्थानीय चिकित्सा विभाग इस मामले में कभी कोई गंभीरता नहीं दिखाई इसके कारण लेबर रूम में काम करने वाले स्टाफ के हौसले बुलंद थे. 


मामला संयुक्त निदेशक के सामने पहुंचा तो उन्होंने भी जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन जरूर दिया है, लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा के इस बार दोषी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही की जायेगी. वही एनआईसीयू में हुए हादसे में दो बच्चों की मौत के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष लादूलाल तेली भी हॉस्पिटल पहुंचे और चिकित्सा अधिकारियों से मामले की जानकारी ली.


Reporter- Dilshad Khan


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