Bhilwara, Mandalgarh: मांडलगढ़ के प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में अब राजनीतिक ट्विस्ट सामने आने लगे हैं, मांडलगढ़ पंचायत समिति में कुल 23 में से 14 कांग्रेस ओर 7 बीजेपी सदस्यों ने प्रधान जोशी के खिलाफ बगावत का मोर्चा खोल रखा हैं. गत 20 जनवरी को भीलवाड़ा जिला परिषद में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर अज्ञातवास पर चले गए है.


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इस मामले में पंचायत समिति के वार्ड नंबर 9 से निर्वाचित कांग्रेस की पंचायत समिति सदस्य हिना लोहार के लापता होने की शिकायत उसके पिता ने बीगोद थाने दर्ज कराई हैं, हिना लौहार को ढूंढने के लिए पुलिस ने विशेष टीम बनाई हैं, उधर प्रधान से बगावत करने वाली सदस्य हिना लोहार ने एक वीडियो जारी कर बताया कि मैं मेरी मर्जी से घर से बाहर हूँ, वोटिंग के दिन आजाउंगी,मेरे घरवालों पर कोई भी दबाव नहीं डाले,


वहीं हीना की ओर से एक प्रार्थना पत्र भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू के ऑफिस में पेश किया गया, जिसमें हिना ने कहा कि मैं बिना बताए घर से नहीं निकली हूं ,मेरे परिजन यदि मेरी गुमशुदगी या अपहरण की रिपोर्ट थाने में देते हैं, तो उसे गलत माना जाए,फिलहाल हिना घर नहीं आती तब तक पुलिस तलाशती रहेगी. प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की फाइल भी 22 दिन ने भीलवाड़ा कलेक्टर और जिला परिषद सीईओ के बीच घूम रही है. 


अविश्वास प्रस्ताव के लिए अधिकृत पीठासीन अधिकारी का चयन भी अभी तक नहीं किया गया है, जबकि पंचायत राज अधिनियम के मुताबिक 30 दिन की अवधि में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए 15 दिन पूर्व सदस्यों को सूचित कर मतदान की तिथि तय करनी होती हैं, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की किरकिरी न हो इसके लिए राजनीतिक दांवपेच खेले जा रहे हैं, इसी के चलते प्रधान सतीश जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 22 दिन बाद भी तारीख घोषित नहीं की गई है,


प्रधान जोशी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मामले में प्रशासन भी कहीं न कहीं राजनीतिक दबाव में काम कर रहा हैं, जिससे अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया में ढिलाई बरती जा रही हैं, वहीं जिला परिषद की सीईओ शिल्पा सिंह और मांडलगढ़ के उपखण्ड अधिकारी दोनों ही अस्वस्थ होने के कारण लंबे अवकाश पर चले गए हैं.