मिसाल: रोजेदार रमजान शेख ने हनुमान जयंती पर सेवा देने के बाद खोला रोजा, 16 साल से दे रहे हैं सेवा
भीलवाड़ा न्यूज: भीलवाड़ा में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल सामने आई है. रोजेदार रमजान शेख पिछले 15-16 साल से हनुमान जयंती पर सेवा देने के बाद रोजा खोल रहे हैं. साथ ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
Bhilwara: देश भर में हनुमान जयंती को लेकर धूम रही, लेकिन चारों और चर्चा है तो भीलवाड़ा के जुलूस की वो इसलिए कि नफरतों के इस दौर में भीलवाड़ा में आयोजित हुए जुलूस से निकल कर एक सुखद तस्वीर सामने आई है. हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा में अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ मोहम्मद रमजान शेख शामिल हुए. शेख पिछले 16 साल से इसी तरह इस शोभायात्रा में शामिल होते आ रहे है. जब 8 साल पहले उनके पास ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं थी तब वे अपनी बैल गाड़ी से हनुमान जयंती की शोभायात्रा में शामिल होते थे.
सबसे उल्लेखनीय है कि हनुमान जयंती की शोभायात्रा में शामिल होने वाले मोहम्मद रमजान शेख रोजेदार हैं. शोभा यात्रा के दौरान ही रोजा इफ्तार का समय होने पर हनुमान जयंती शोभायात्रा की कमेटी उनके लिए इसका इंतजाम भी करती है. इसके बाद वो रोजा खोलते हैं. हनुमान जयंती शोभायात्रा में पिछले 16 सालों से अपने बैलगाड़ी और ट्रैक्टर ट्रॉली से शामिल होने वाले मोहम्मद रमजान शेख कहते हैं कि मुझे 15 से 16 साल इस शोभायात्रा में शामिल होते हुए हो गए हैं.
शेख बताते हैं कि मैं भाईचारे के हिसाब से अपनी गाड़ी लगाता हूं और मेरी यह सेवा देता हूं. रमजान शेख का कहना है कि मुझे अच्छा लगता है कि लोगों के सामने भाईचारे की मिसाल होती है. जब मेरे रोजे का टाइम हो जाता है तो यह कमेटी वाले इफ्तार का इंतजाम कर देते हैं. फिर घर जाकर पूरा इफ्तार करता हूं क्योंकि शोभायात्रा कंप्लीट करनी होती है. रमज़ान की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
ये भी पढ़ें-
Dungarpur news: अज्ञात वाहन और कार की जबरदस्त टक्कर, कार सवार दो युवकों की मौत, एक की हालत गंभीर
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड का नया कीर्तिमान, RERA में 100 प्रोजेक्ट का रिकॉर्ड रजिस्टर्ड