Bhilwara: भीलवाड़ा कलेक्टर की फटकार से नाराज आसींद तहसीलदार ने इस्तीफा दे दिया. तहसीलदार के इस्तीफा देने की बात सामने आने के बाद अधिकारियों में खलबली मच गई. देर रात तक एडीएम प्रशासन राजेश गोयल और आसींद एसडीएम संजय कुमार काकड़ तहसीलदार प्रवीण को समझाते नजर आए.


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दरअसल, मंगलवार को जिला मुख्यालय पर राजस्व अधिकारियों की बैठक रखी थी. इस बैठक में आसींद तहसीलदार प्रवीण चौधरी को उनके इलाके में काम की कम प्रोग्रेस होने पर डांटा गया था. बैठक में आसींद एसडीएम के अनुपस्थित होने के चलते आसींद की जानकारी मांगने के लिए तहसीलदार प्रवीण को खड़ा किया गया तो उन्होंने जींस पहना रखी थी. इस बात को लेकर कलेक्टर आशीष मोदी भड़क गए और तहसीलदार को बैठक से बाहर निकाल दिया. मामले में तहसीलदार ने उन्हें टारगेट करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एक आईपीएस के परिवार की जमीन का नामांतरण नहीं किया था. उसी के चलते उन्हें बैठक में टारगेट किया गया.


तहसीलदार प्रवीण चौधरी ने बताया कि वह आसींद में नायाब तहसीलदार लगे थे और 22 अगस्त को उन्हें तहसीलदार का चार्ज मिला है. इतने कम समय में भी जितना हो सकता है, उससे बेहतर कार्य किया है. आसींद के अलावा दूसरे स्थानों पर भी काम की प्रोग्रेस कम है. उन्होंने कहा कि मुझे प्रभारी भू-अभिलेख और भीलवाड़ा एसडीएम ने फोन कर एक म्यूटेशन खोलने के लिए कहा. इसमें कलक्टर सर का हवाला दिया गया था. यह म्यूटेशन किसी आईपीएस अधिकारी के परिवार का था जो मोड़ का निम्बाहेड़ा में खुलाना था. जांच करने पर पता चला कि उसके परिवार का वहां कोई नहीं रहता. सभी ब्यावर में रहने की जानकारी मिली तो वहां से सजरा मंगवाया. मैनें सैक्शन 135 -2 में प्रकरण का निस्तारण करने के लिए कहा, लेकिन मेरे साथ ऐसा हो गया. 


भीलवाड़ा कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि तहसीलदार हमारे राजस्व परिवार के अधिकारी है. वह थोड़ा सेंटीमेंटल हो गए. आसींद तहसील के कई मामलों में प्रोग्रेस कम थी तो डांट लगाई थी. जींस पहनने से निकालना कोई वजह नहींत. रही बात मोड़ का निम्बाहेड़ा में आईपीएस परिवार के म्यूटिशियन खोलने कि तो मेरी इस संबंध में तहसीलदार से कभी बात नहीं हुई. तहसीलदार से बात हो गई है. उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है.


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