Vivek Dhakar Suicide: कांग्रेस के पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने दोनों हाथ की नसें काटकर दी जान, मौत के पीछे पारिवारिक कलह
Vivek Dhakar Suicide Case : भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से विधायक रहे विवेक धाकड़ ने गुरुवार सुबह अपने हाथ की नसे काटकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पूर्व विवेक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है. पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में दिल से पापा, दीदी, अपनी बेटी शेफाली एवं समस्त सहयोगी व समर्थको से माफी मांगते हुए अपनी अंगदान करने की इच्छा जताई है.
Vivek Dhakar Suicide Case : भीलवाड़ा जिले की मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से विधायक रहे विवेक धाकड़ ने गुरुवार सुबह अपने हाथ की नसे काटकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या से पूर्व विवेक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है.
पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के पिता इंजीनियर कन्हैयालाल धाकड़ भी भीलवाड़ा जिला परिषद के जिला प्रमुख रह चुके हैं वहीं विवेक की पत्नी सरकारी सेवा में है ओर उनके एक बेटी है.
जहां भीलवाड़ा शहर के सुभाषनगर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने कहा कि आज सुबह हमे पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने सुसाइड कर लिया और उनका शव हॉस्पिटल मोर्चरी में रखा हुआ है इस सूचना पर हम अस्पताल पहुंचे थे फिर हम जब पूर्व विधायक विवेक धाकड़ के निवास पर गए वहां जिस कमरे में उन्होंने सुसाइड किया उसकी तलाश ली.
उस दौरान हमें एक सुसाइड नोट मिला है सुसाइड नोट में जो तथ्य थे उसकी हम विस्तृत जांच करेंगे। प्रथम दृष्टया ग्रह कलेश का मामला ही लगता है। वही पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने आत्महत्या के लिए अपने कमरे मे उन्होंने ब्लड से अपने दोनों हाथों की कलाई की नशे काट ली थी ओर इससे पूर्व फांसी लगाने का प्रयास भी किया था.
पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में दिल से पापा, दीदी, अपनी बेटी शेफाली एवं समस्त सहयोगी व समर्थको से माफी मांगते हुए अपनी अंगदान करने की इच्छा जताई है उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा.
सुसाइड नोट में लिखा “कि मैं नहीं कहता कि मैं पूर्ण पर दूसरों से बेहतर रहकर सेवा करने का भाव का अंश पाले हूं , मेरी स्थिति का कारण वे लोग हैं जिन्होंने मेरे इस दिल के भाव का उपभोग उपयोग शोषण की दृष्टि से जानते हुए किया है. उन सभी का धन्यवाद एवं आभार. मैं उन सभी को कोई सांसारिक न्यायिक सजा नहीं दिलवाना चाहता हूं “
पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में अपनी सारी संपत्ति का हक़दार भी अपने पिता को ही बताया है उन्होंने अपने सहयोगियों, समर्थको ओर मित्रों से दिल से माफी भी मांगी है और यह लिखा है “अथक प्रयासों के बाद भी में अपने आप और आपकी शुभकामनाएं के बावजूद ऐसा करने को मजबूर हो गया “
“मैं चाहता हूं कि मेरा शोषण एवं कष्ट देने वाले मुझे लकड़ी और संवेदना नहीं देवे” “मेरी कोई स्मृति शेष न रखें दुआ करें यदि अगला जन्म हो तो बहुत अच्छा होवे या मोक्ष को प्राप्त होकर मुक्त हो जाऊं.
हजारों लोगों ने नम आखो से दी श्रद्धांजलि- मांडलगढ़ क्षेत्र के पूर्व विधायक विवेक धाकड़ को बिजोलिया क्षेत्र में स्थित धाकड़ विद्यापीठ में हजारों लोगों ने नम आंखों में विवेक की पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी. इस दौरान मांडलगढ़ सहित भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिले के काफी संख्या में उनके प्रशंसक व राजनेता भी मौजूद रहे.