Gurjars Vishal Bhandara : देवनारायण मंदिर में विशाल भंडारा लगाया गया. जिसमें 2 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे. खास बात ये रही की गुर्जरों ने इन दो लाख लोगों की भोजन को बनाने में कंक्रीट सीमेंट मिक्सर का इस्तेमाल किया और इतने सारे लोगों के लिए बने खाने को एक बड़ी हौद में रखा गया. इस काम में 250 से ज्यादा हलवाई लगे थे.


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इतने विशाल भंडारे के लिए हर दिन तकरीबन 30 क्विटल शक्कर, 60 क्विंटल आलू और 20 क्विंटल चावल के साथ ही 35 क्विंटल गेंहू के आटे और बहुत सारे घी की जरुरत पड़ी.  इसके अलावा खीर बनाने के लिए खीर आसपास के ग्रामीण ही मुहैय्या करा रहे थे.



भगवान देवनारायण मंदिर में सात दिन तक भागवत कथा हुई. और आखिरी दिन विशाल भंडारा लगाया गया. जिसमें आखिरी दिन 100 क्विंटल से ज्यादा शक्कर, 100 क्विंटल आलू, 60 क्विंटल चावल और 500 क्विंटल आटे की खपत हुई. 



मालपुआ का घोल बनाने के लिए कंक्रीट-सीमेंट मिक्सर को बुलाया गया. बनी सब्जी और खीर को हौंद में रखा गया और फिर बॉल्टियों की मदद से पत्तलों पर परोसा गया. एमपी में ग्वालियर के कुछ दूर सिरसा गांव में हुए इस भंडारे में कई स्वंयसेवकों ने प्रसाद परोसने में अपनी सेवा दी.



राजस्थान के भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण के 1111वें अवरतरण पर जहां पीएम मोदी ने शिरकत की थी, मध्यप्रदेश के ग्वालियर के इस छोटे गांव सिरसा में इस दौरान लगे इस भंडारे के चलते पूरा गांव घी की खुशबू से महक रहा था.


 


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