भीलवाड़ा: जिंदगी बचाने वाला ही बना मौत का वजह, डॉक्टर की लापरवाही से हुई युवक की मौत
कृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई. परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर जमकर हंगामा किया और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर दी.
Bhilwara: शहर के सुभाष नगर थाना इलाके में स्थित कृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई. परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर जमकर हंगामा किया और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर दी. 25 लाख के मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों का हंगामा खबर लिखे जाने तक भी जारी था.
अखिल भारतीय रेगर महासभा के कैलाश देवतवाल ने बताया कि जहाजपुर तहसील के तस्वारिया बावड़ी ग्राम निवासी देवलाल रैगर को पेट दर्द की शिकायत के बाद कृष्णा हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया था, जहां उसे अपेंडिक्स होने की बात कही गई और उसे भर्ती कर ऑपरेशन भी किया गया, इसके बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन घर जाने के बाद उसे फिर से पेट में दर्द की शिकायत होने लगी.
इस पर परिजन उसे दोबारा लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां उसी चिकित्सक ने जिसने पहले ऑपरेशन किया था. उसका दूसरा ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद उसकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई, जिस पर उसे उदयपुर रेफर कर दिया. इसके बाद उसकी हालत बिगड़ी तो पट्टी बांधकर ही उसे उदयपुर भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने कहा कि भीलवाड़ा में उसका ऑपरेशन गलत हुआ है. बीमारी कोई और थी और ऑपरेशन कोई और कर दिया गया. एक माह के ईलाज के बाद आज सुबह 4 बजे उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. 32 वर्षीय मृतक देवलाल रेगर पिता गोकुल रेगर मजदूरी करते अपने परिवार का पेट पाल रहा था.
परिजन आज लाश लेकर उदयपुर से सीधे कृष्णा हॉस्पीटल पहुंचे और अस्पताल पर ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए लाश के साथ प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ भी कर दी. तोड़फोड़ और हंगामे की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारियों के साथ ही सुभाष नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश के प्रयास शुरू किए. अस्पताल संचालक डॉ. कैलाश काबरा से भी जब इस संबंध में हमने बात करके की कोशिश की तो उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी. फिलहाल खबर लिखे जाने तक हंगामा जारी था.
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