शाहपुरा, भीलवाड़ा न्यूज: तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रथम लेवल रिजल्ट में ईरांस के तीन मध्यम परिवार के होनहारों ने संघर्ष मय जीवन कठोर मेहनत और लगन से मुकाम हासिल किया. इसमें मोहनलाल जाट के पिता मोहन के बाल्यकाल ही स्वर्गवास हो गया था. विधवा मां ने बेटे की शिक्षा दीक्षा पूरी करवाई. मोहन ने भी मां के सपने को पूरा किया शिक्षक बना.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कठोर मेहनत एवं लगन से मुकाम हासिल


इस प्रकार से नरेंद्र कुमार जाट एवं संगीता जाट ने भी कठोर मेहनत एवं लगन से मुकाम हासिल किया. इनका भी जीवन उतार चढ़ाव में रहा है. माता पिता गरीब और कृषि कार्य करते हुए बच्चों को शिक्षित किया और आगे बढ़ाया , वही ग्राम पंचायत ईरांस क्षेत्र में कुल 7 बच्चों ने बाजी मारी. जिसमें मोहन जाट , नरेंद्र जाट , संगीता जाट , संजू कुमावत रामपुरिया, सुखदेव कुमार माधोपुरा,महावीर तेली माधोपुरा मुकेश आमेटा जोधड़ास से चयनित हुए .


रिजल्ट आते ही ग्रामीण बच्चों के घर पहुंचकर स्वागत सम्मान किया गया है. वही ग्रामीणों के बीच बच्चों के खुशी के आंसू निकल पड़े. दिनरात मेहनत से आखिर मुकाम हासिल किया. ईरांस ग्राम पंचायत के लिए ये सौभाग्य की बात रही है.



वहीं गांगलास ग्राम पंचायत के सुरेन्द्र जाट सहित दो अन्य युवाओं का चयन हुआ.इस मौके पर शिक्षाविद गुरुजी कैलाश सुथार , डेयरी व्यवस्थापक नन्दराम जाट , सहकारी समिति व्यवस्थापक महेंद्र जाट , पूर्व अध्यक्ष शिवलाल जाट , नेहरू युवा मंडल अध्यक्ष सांवर लाल जाट , बाबूलाल जाट , गोपाल कुमावत , मनीष कुमावत , शिवराज जाट , घीसू जाट , मोतीराम जाट ,अशोक जाट , गोपाल जाट सहित ग्रामीणों ने स्वागत सम्मान किया .


ये भी पढ़ें-


किन्नर से मांग ले बस ये एक चीज जाग जाएगा सोया भाग्य,बरसेगा पैसा


जन्माष्टमी पर 30 साल बाद अद्भुत संयोग, इन 4 राशियों पर प्रभाव, जानिए पूजा विधि


रुद्राक्ष पहनने के बाद भूल से भी ना करें ये 4 काम वरना महाकाल का खुलेगा तीसरा नेत्र! 


इस वजह से सलमान और शाहरुख का था 36 का आंकड़ा, जानिए कैसे बने अब यार