Bhilwara News: शादी के 12 साल बाद एक दंपत्ति को बच्चा हुआ तो वो माता रानी के दर्शन करने मासूम को माता के धोक लगवाने पैदल निकल पड़े. इस दौरान उन्होंने अपने मासूम को एक ट्रॉली बैग में लिटा दिया. 


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माता रानी को दर्शन करने पैदल जाने की ये सोच अच्छी हो सकती है लेकिन बच्चे को ट्रॉली में बैठना बड़ी लापरवाही और किसी भी हादसे का कारण बन सकता है. मासूम को ट्रॉली बैग में ले जाने का यह नजारा भीलवाड़ा के सदर थाना क्षेत्र का है. जहां भीलवाड़ा के बागौर से निकली यह दंपत्ति जोगणिया माता रानी के दरबार में पैदल हाजिरी देने के लिए जा रहे है.



 दर थाना के निकट पहुंचने पर यह एक अस्थाई लंगर में कुछ देर प्रसाद पाने के लिए रुके. इस दौरान लंगर के आयोजक लखन सोनी ने इस मासूम बच्ची का ट्रॉली में लेटे हुए फोटो वीडियो बना लिया. माता-पिता इस बच्ची को ले जाते हुए काफी खुश है लेकिन यह एक बड़ी लापरवाही भी साबित हो सकती है.



नेशनल हाईवे की सड़क से गुजरने के दौरान कई फोर व्हीलर और हैवी गाड़ियां चलती हैं. इस दौरान जरा सा बैलेंस अगर बिगड़ जाए तो किसी भी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है. इस लंगर के को चला रहे लखन सोनी को इस दंपत्ति ने बताया कि उनकी शादी 12 साल पहले हुई थी और उनके बच्चे नहीं हो रहा था इसलिए उन्होंने माता रानी के पैदल आने की मन्नत ली थी और दोनों ने अपने जूते चप्पल छोड़ दिए थे.



12 साल बाद जब इस दंपत्ति को संतान हुई तो ये उसकी पहली नवरात्रि पर उसे लेकर माता रानी के दरबार में जा रहे हैं. ये लोग शनिवार शाम को अपने घर से बाग़ौर से रवाना हुए और आज सुबह भीलवाड़ा पहुंचे हैं. सोमवार देर शाम तक ये माता के दरबार में हाजिरी दे देंगे.