मांडल : बागौर को चार मुख्यालयों से जोड़ने वाली पुलिया उखाड़ी गई, कभी भी हो सकता है हादसा
विभाग ने बताया कि ये पंचायत के अधीन आता है. वहीं सरपंच संजय भण्डिया का कहना है कि बार-बार पानी चौक होने की शिकायत के कारण इसे उखाड़ा गया है. बारिश की शुरुआत मानसून समय नजदीक होने के कारण कभी भी हो सकती हैं, बाद में समस्या बढ़े इससे पहले इसे सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल लोग परेशान है.
Bhilwara : राजस्थान के भीलवाड़ा के मांडल कस्बे के बस स्टैंड से होकर गुजर रहे भीलवाड़ा-बागौर एमडीआर-80 मार्ग का नीलकंठ महादेव मंदिर के पास पुलिया को पंचायत ठेकेदार ने उखाड़ दिया. ठेकेदार की लापरवाही इतनी की उसने पहले तो पुलिया को उखाड़ा और फिर उसको अव्यवस्थित हालत में खुला छोड़ नदारद हो गया. जिससे ट्रैफिक जाम हो गया.
ठेकेदार ने पहले तो पुलिया को उखाड़ दिया और फिर उससे सीमेंट के ब्लॉक डालकर काम की इतिश्री कर ली. ये पुलिया वाया बागौर होकर गंगापुर, राजसमंद, उदयपुर, भीम आदि मुख्यालयों को जोड़ती है. जिस पर हर दिन हजारों की तादाद में गाड़ियों का आना जाना रहता है. वहीं जानकारी के अनुसार यहां निर्मित ये पुलिया उचित गुणवत्ता के अभाव में पिछले 5 सालों में कई बार तोड़ी जा चुकी हैं.
बस स्टैंड पर मौजूद दुकानदारों ने बताया कि पूरे कस्बे की ढलान इस तरफ है और इस नाले से होकर ही पानी का बहाव होता है. जिससे हालात ये हो जाते हैं कि नाला ओवरफ्लो होकर बहने लग जाता है. अन्य नालियों के जरिए कस्बे से बहकर आने वाला प्लास्टिक और कचरा यहां आकर नाले में फंस जाता है और तेज बारिश आते ही पानी बाधित होकर बाहर आने लगता है. जिससे चारों तरफ गन्दा पानी फैल जाता है.
विभाग ने बताया कि ये पंचायत के अधीन आता है. वहीं सरपंच संजय भण्डिया का कहना है कि बार-बार पानी चौक होने की शिकायत के कारण इसे उखाड़ा गया है. बारिश की शुरुआत मानसून समय नजदीक होने के कारण कभी भी हो सकती हैं, बाद में समस्या बढ़े इससे पहले इसे सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल लोग परेशान है.
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