Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर के भीमगंज थाना क्षेत्र ने स्थित राठी हॉस्पिटल में भवानी नगर कॉलोनी की रहने वाली एक महिला की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. करीब दो घंटे चले हंगामे के दौरान परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं डॉक्टर्स ने महिला की मौत कार्डियक अरेस्ट आने से होना बताया है. 


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वहीं दोनों पक्षों के बीच लंबी वार्ता के बाद 3.51 लाख रुपये के मुआवजे पर सहमति बन गई. हंगामे को देखते हुए पुलिस जाब्ता हॉस्पिटल पर तैनात रहा. भवानी नगर निवासी कालू प्रजापत ने कहा कि बुधवार को उसकी भाभी मूली देवी (40) पत्नी मांगीलाल को राठी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. जहां मूली देवी का ऑपरेशन करने की बात परिजनों से कही गई. इसके बाद मूली देवी को अंदर ले गए, यहां के प्रबंधन ने डॉक्टर के बजाय किसी नर्स को बुलाकर ऑपरेशन करवा दिया, जो उससे गलत हो गया. इसके बाद तीन घंटे तक लाश को अंदर पड़ा रखा. किसी को अंदर नहीं जाने दिया, यहां तक कहा गया कि यह बेहोश है. इसे घर ले जाओ होश आ जाएगा. 


कालू ने कहा कि उन्हें न्याय चाहिए. मूली देवी की मौत को लेकर परिजनों के साथ ही समाज के लोग अस्पताल पहुंच गए. जहां इन लोगों ने हंगामा और प्रदर्शन किया. सूचना पर भीमगंज थाने का जाब्ता मौके पर पहुंचा. बाद में दोनों पक्षों के बीच वार्ता चली. इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने 3 लाख 51 हजार रुपये मुआवजा देने की बात कही. इस पर दोनों पक्षों में सहमति बन गई और इसके बाद ही शव को अस्पताल से घर ले जाया गया. 


हॉस्पिटल की डॉक्टर स्मिता गौड़ ने कहा कि मूली देवी को माहवारी नहीं आने की बात कहते हुए परिजनों ने हॉस्पिटल दिखाया था, प्रेगनेंसी टेस्ट किया जो पॉजिटिव निकला. इस पर महिला ने सफाई करवाने की बात कही. इस पर हमने उसे कहा कि उम्र ज्यादा होने से सफाई के दौरान रिस्क हो सकती है. यह जानते हुए भी उसने सफाई करने की बात कही और सफाई करने के बाद उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, जहां कार्डियक अरेस्ट के कारण मूली देवी की मौत हो गई.


Report: Mohammad Khan