Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मंगलवार को 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भीलवाड़ा में सभी प्रमुख स्थानों और स्कूल, कॉलेजों में मनाया गया. इस दौरान हजारों लोगों ने योगाभ्यास करते हुए योग के महत्व को जाना. जिले के सभी उपखंड पर योग दिवस मनाया गया. शहर में जिला स्तरीय कार्यक्रम शहर के राजेंद्र नगर सरकारी स्कूल में आयोजित हुआ। इसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया.


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यहां योग गुरूओं द्वारा अलग अलग योग की मुद्राओं का अभ्यास किया गया. सबसे बड़ी बात यह रहीं कि जिला स्तरीय इस कार्यक्रम में पहली बार योग दिवस पर अधिकारी कार्यक्रमों से नदारद रहे. यहां कई मुख्य अधिकारियों और राजनेताओं ने दूरी बनाकर रखी. भाजपा ने भी योग दिवस का अलग से कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमे सांसद, विधायक से लेकर भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए. 


योग दिवस पर कार्यक्रम में तीन अलग-अलग अभ्यास करवाए गए. इसमें व्यायाम, आसन और प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया. इसमें कपाल भाति, अनुलोम-विलोम, शीर्षासन, सूर्य नमस्कार, वज्रासन, सिंहासन, मकरासन और भुजंगासन करवाया गया. इस दौरान योग गुरुओं ने सभी के फायदे भी बताए. उन्होंने बताया कि योग करने से हृदय रोग, मस्तिष्क रोग, पेट रोग, डिप्रेशन, मानसिक रोग, कमर दर्द और घुटना दर्द सहित कई रोगों ने निजात मिलती है. इस साल योग दिवस की थीम दुनिया पर कोरोना के असर को देखते हुए रखी गई. 


कोरोना महामारी ने न सिर्फ शरीर पर बल्कि मानसिक हेल्थ पर भी असर डाला है. कोरोना के चलते लोगों को चिंता, अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ा, जो कि इस समय मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इसलिए मानवता के लिए योग का सहारा लिया जाना चाहिए. 


भारत में योग का इतिहास पुराना है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसकी पहल की थी. 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को पूर्ण बहुमत से पारित किया था. 193 सदस्य देशों में से 177 सदस्यों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी दी थी.


Reporter: Mohammad Khan