चूरू के रण में बीकानेर के दिग्गजों की परीक्षा, अर्जुनराम मेघवाल और बीडी कल्ला में कौन होगा पास ?
Sardarshahar by election 2022 : चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट को जीतने के लिए अशोक गहलोत से लेकर सतीश पूनिया और गोविंद सिंह डोटासरा समेत तमाम नेताओं ने पूरी ताकत लगा दी है तो वहीं बीकानेर जिले से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से लेकर बीडी कल्ला जैसे नेताओं को भी यहां रण में उतारा गया है.
Sardarshahar by election 2022 : चूरू की सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे है. विधानसभा चुनाव 2023 से पहले ये आखिरी चुनाव माना जा रहा है. ऐसे में इस सेमीफाइनल पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत लगा दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत तमाम नेताओं ने कमान संभाली है तो वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ समेत कई नेताओं ने भाजपा की तरफ से कमान संभाल ली है. इसी बीच बीकानेर से आने वाले दोनों पार्टियों के नेताओं को भी सरदारशहर के रण में उतारा गया है.
1. बीकानेर सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ( भाजपा )
2. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ( कांग्रेस )
क्या बन रहे है मौजूदा समीकरण
भंवरलाल शर्मा के निधन से सरदारशहर विधानसभा सीट खाली हुई थी. जहां कांग्रेस ने अनिल शर्मा को टिकट दिया है तो वहीं बीजेपी ने अशोक पिंचा को मैदान में उतारा है. इधर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने लालचंद मूंड को मैदान में उतारा है. लेकिन निर्दलीय उमेश साहू के मैदान में आने के बाद RLP का गणित भी बिगड़ा है तो वहीं उमेश साहू के एससी एसटी वोटर और मुस्लिम वोटर से संपर्क साधने के बाद कांग्रेस की चिंताएं भी बढ़ी है. प्रधान प्रतिनिधि मधुसुधन राजपुरोहित और दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा के भाई श्यामलाल का भाजपा में शामिल होना बीजेपी को बना रहा है मजबूत. ग्रामीण क्षेत्रों में इससे बीजेपी का जनाधार बढ़ा है.
बीकानेर के नेताओं को जिम्मेदारी
बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अलग अलग नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. इधर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को इस चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी है. अर्जुनराम मेघवाल चूरू के कलेक्टर रह चुके है. सरकारी अधिकारी उनका इलाके में काम करने का पार्टी को फायदा दिखता है तो वहीं दलित वोटबैंक को साधने में भी बीजेपी के लिए ये फायदे का सौदा साबित हो सकता है. क्योंकि सरदारशहर में दलित वोटर निर्णायक भूमिका में रहना तय है. इसके अलावा भी बीजेपी ने कई अन्य नेताओं को जातिय गणित के आधार पर जिम्मेदारी दी है. बीकानेर संभाग के बीजेपी प्रभारी माधोराम चौधरी ने जतिन सहल को यहां शक्ति केंद्रों का काम सौंपा है.
ये भी पढ़ें- हरीश चौधरी, हनुमान बेनीवाल और दिव्या मदेरणा, कौन बनेगा मारवाड़ में जाटों का किंग ?
बीजेपी नेता अर्जुनराम मेघवाल के अलावा कांग्रेस की ओर से शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है. बीडी कल्ला कई दिनों से यहां सक्रिय है. बीडी कल्ला की टीम के कई अन्य कार्यकर्ता भी पिछले कई दिनों से सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र में कैंप किए हुए ताकि कांग्रेस पार्टी को जिताया जाए. कल्ला और उनके समर्थकों के जरिए कांग्रेस पार्टी ब्राह्मण वोटर को पूरी तरह से अपने साथ लेना चाहती है. इसके अलावा बीकानेर जिले के कई सीनियर जाट नेताओं को भी कांग्रेस पार्टी ने यहां जिम्मेदारी दे रखी है.