Do you know Lake natron: आपने और हमने अपने बचपन में अक्सर बर्फ पानी वाला खेल अपने दोस्तों के साथ खेला है. जिसमें जिसकी टर्न आती थी, वह जैसे ही दूसरे को छूता था वह बर्फ बन जाता था. या फिर कई फिल्मों में अक्सर ऐसी काल्पनिक कहानियां सुनी होंगी, जिनमें जीता जागता इंसान अचानक पत्थर का बन जाता था. इन बातों पर थोड़ा यकीन करना मुश्किल होता था. लेकिन अगर ऐसा सच में मिले तो क्या आप उस पर यकीन कर पाएंगे, पर यह यच है. धरती पर एक जगह ऐसी है जहां इंसान के साथ साथ जानवर अगर पानी के अंदर चले जाए तो वह जम जाते  हैं.


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Lake natron,यह है एक ऐसी ही झील  हैं, जिसमें अगर कोई जानवर या पक्षी अंदर चला जाता है तो वह जम कर पत्थर का बन जाता है. यह डरावनी और खतरनाक झील को जॉम्बी लेक के नाम से जाना जाता है जिसे मेडुसा(Medusa) लेक भी कहा जाता  है. 


Lake natron, रहस्यमयी झील 
 इस झील में कई सालों से जानवरों के जमने के कारण यह झील बेहद भयानक दिखने लगी है. इसलिए इसका नाम ग्रीक माइथॉलजी में एक फीमेल कैरेक्टर 'मेडुसा' पर रखा गया है, जो दिखने में बेहद डरावनी है. मेडुसा एक गुर्गन बहनों में से एक है,  जिसका चेहरा हमेशा सांपों से घिरा हुआ होता था. जो किसी भी  व्यक्ति की आंख में सीधे देखने पर उसे को पत्थर में बदल  देती थी. उसी जैसी यह झील भी बेहद खतरनाक है, जो अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में है.  वहां के लोग इस झील को नैट्रॉन झील कहते हैं. यह रहस्यमयी झील अरूषा क्षेत्र के न्गोरोन्गोरो जिले में स्थित है.


 झील है शापित
Lake natron को रहस्यमयी और डरावनी झील  है इसके बारे में अक्सर कहा जाता है कि इस झील के नजदीक जाने पर आपको इसका लाल रंग  दिखेगा, जहां पर कई पशु पक्षियों की मूर्तियां नजर आएंगी. दरअसल यह उन जानवरों  की लाशें होती है जो  झील के अंदर जाते ही पत्थर की मूर्ति की तरह बन गए हैं. इस तरह की  दृश्य देखने में यह बेहद खौफनाक लगता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वहां के स्थानीय लोग उस इलाके में जाने से डरते हैं. लोगों का मानना है कि यह झील शापित है.


सामान्य पानी के मुकाबले कहीं अधिक मात्रा में एल्कलाइन
दरअसल, Lake natron झील के पानी में सामान्य पानी के मुकाबले कहीं अधिक मात्रा में एल्कलाइन (Alkaline) है. इसकी वजह से इस पानी का पीएच(pH) लेवल 10.5 तक रहता है.  पानी में एल्कलाइन का स्तर बढ़ा होने का कारण यहा ओल दोन्यों लेंगाई ज्वालामुखी (Ol Doinyo Lengai ) को  माना जाता है. जो लेक नैट्रॉन  के पास है. क्योंकि जब भी यह ज्वालामुखी  विस्फुटित होता है तो  इससे निकलने वाला लेक नैट्रॉन  के पानी में मिलता है और पानी को एल्कलाइड बना देता है, जो बेहद खतरनाक होता है.


यह दुनिया का इकलौता ऐसा ज्वालामुखी है जिसके लावा से नैट्रोकार्बोनाइट्स निकलता है. इतना ही नहीं इस झील के पानी में ऐसे कई केमिकल पाए जाते हैं, जिनकी वजह से यहां मरने वाले पशु पक्षियों की लाशों के सड़ने की प्रक्रिया धीमा हो जाती है. यही कारण है कि यहां पशु पक्षियों की लाशें बिल्कुल मूर्तियों जैसी दिखने लगती हैं.