Elon Musk New Boss of Twitter: कई महीनो से माइक्रोब्लॉगिंग साइट  ट्वीटर और एलन मस्क के बीच अटक रही डील आखिर कार विश्व के सबसे रईस शख्स एलन मस्क ने 28 अक्टूबर को अपने नाम कर ही ली है.  उन्होंने एक ट्वीट कर सनसनी फैला दी. जिसमें उन्होंने लिखा 'The Bird Is Freed'  डील को अपने नाम करने के साथ ही एलन मस्क ने सबसे पहले बिजली गिरी कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) सहित शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया  है.  


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 न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क के मालिक बनने के बाद ही ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पराग अग्रवाल और मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नेड सेगल बर्खास्त कर दिया गया। नौकरी से निकाले गए शीर्ष अधिकारियों में ट्विटर की लीगल टीम की प्रमुख विजया गाड्डे भी शामिल हैं.  


पहले से चल रहा है तनातनी का दौर
ट्वीटर के अधिदग्रहण से पहले से ही पराग अग्रवाल, नेड सेगल, विजया गाड्डे समेत  ट्विटर के शीर्ष अधिकारी एलन मस्क के लंबे समय से निशाने पर थे. ये सभी शुरूआत से इस डील के फेवर में  नही थे.  इसलिए इन अधिकारियों और मस्क के बीच ट्विटर के अधिग्रहण के पहले से तनातनी और जुबानी जंग जारी थी. इसलिए मस्क ने इस सोशल मीडिया साइट का अधिग्रहण करते ही सबसे पहले इनकी छुट्टी की. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जब ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पूरी हुई, तब सीईओ पराग अग्रवाल और सेगल ट्विटर के कार्यालय में ही थे. और होते ही कपछ देर में उन्हें ट्विटर मुख्यालय से बाहर निकाल दिया गया.


एक साल भी नहीं रह पाए सीईओ  
भारतीय मूल के पराग अग्रवाल बीते साल दिसंबर 2021 में ही ट्विटर के सीईओ (Twitter CEO Parag Agarwal) बने थे. अग्रवाल ने करीब अग्रवाल ने करीब 10 साल पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर ट्विटर ज्वाइन किया था और 2017 में वह कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर बन गए थे. इसके बाद जैक डोर्सी (को- फाउंडर ऑफ ट्वीटर)   के इस्तीफा देने के बाद पराग अग्रवाल को कंपनी का सीईओ बनाया गया था, लेकिन उनके सीईओ बनते ही एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने का प्रस्ताव दे दिया और एक साल के अंदर ही उनकी भी छुट्टी हो गई. 


अप्रैल में किया था अधिग्रहण का एलान
बता दें कि मस्क ने इस साल की 13 अप्रैल को ट्विटर के अधिग्रहण का एलान किया था. उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर की दर से 44 अरब डॉलर में इसके करार का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, ट्विटर के फर्जी खातों की वजह से ट्विटर और उनके बीच अनबन हुई और उन्होंने 9 जुलाई को इस करार से पीछे हटने का फैसला किया था.


इसके बाद ट्विटर ने मस्क के खिलाफ अमेरिकी कोर्ट में केस दायर किया था. इस पर डेलावेयर की कोर्ट ने 28 अक्तूबर तक ट्विटर की डील पूरी करने का आदेश दिया था. मस्क ने बुधवार को ट्विटर के दफ्तर सिंक लेकर पहुंचे थे और उन्होंने सब को हैरान कर दिया था.   दफ्तर में एंट्री करने का उन्होंने वीडियो भी जारी किया था.  इसके साथ ही मस्क ने अपना ट्विटर-बायो भी चेंज किया है. उन्होंने अपने बायो में 'Chief Twit' लिखा है.


ट्विटर डील में आए ये उतार-चढ़ाव


4 अप्रैल 2022: को मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी और कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए. 
5 अप्रैल 2022: को सबसे बड़े हिस्सेदार होने के चलते एलन मस्क को शर्तों के साथ ट्विटर बोर्ड में जगह ऑफर की गई.
11 अप्रैल 2022: ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल ने  जानकारी साझा करते हुए बताया कि एलन मस्क ट्विटर बोर्ड में शामिल नहीं होंगे. 
13 अप्रैल 2022: एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए बोर्ड को पत्र लिखकर 44 अरब डॉलर का ऑफर दे डाला.  
15 अप्रैल 2022: मस्क द्वारा ट्विटर ने टेकओवर से बचने के लिए कंपनी ने poison pill का ऐलान किया. 
8 जुलाई 2022: मस्क ने स्पैम बोट्स की सही जानकारी न देने की बात कहते हुए डील तोड़ने का ऐलान कर दिया.  
12 जुलाई 2022 : डील से पिछले हटने पर ट्विटर ने एलन मस्क के खिलाफ डेलावेयर कोर्ट में अपील की.  

आखिरकार 44 अरब डॉलर की डील पूरी


इस पूरे घटनाक्रम के बीच डेलावेयर कोर्ट ने Elon Musk को 44 अरब डॉलर की ट्विटर डील को मौजूदा शर्तों के आधार पर फाइनल करने के लिए 27 अक्टूबर की डेडलाइन दी थी. बीते करीब 6 महीने से ट्विटर खरीदने को लेकर चल रही खींचतान के बीच मस्क को कोर्ट से आदेश मिला था कि वो मौजूदा शर्तों पर डील को फाइनल करें, या फिर उन्हें फुल ट्रायल से गुजरना होगा.