घूंघट छोड़ बिकिनी में स्टेज पर आयी बहन, भाई ने कहा मार डालूंगा
राजस्थान के बीकानेर की दलित लड़की प्रिया सिंह के हर तरफ चर्चा है. शादी के बाद घूंघट से निकली 2 बच्चों की मां प्रिया सिंह की जिंदगी की सफर बेहद मुश्किल और संघर्ष से भरा रहा है.
Priya Singh News : राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली दलित लड़की प्रिया सिंह ने थाईलैड में गोल्ड मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. लेकिन यहां तक पहुंचना आसान नहीं था. प्रिया सिंह को बॉडी बिल्डिंग के दौरान स्टेज पर बिकिनी पहननी पड़ी थी. जिस पर प्रिया सिंह के भाई ने उन्हे धमकाया था और मार डालने की धमकी दी थी.
बिकिनी में खड़ी हो जाती हो, तुम्हें शर्म नहीं आती, ये सब छोड़कर घर और बच्चे संभालो. मिस राजस्थान 2018,2019 और 2022 प्रिया सिंह को ये सब सहना पड़ा. हद ये कि शुरुआती दिनों में भाई ने रिश्ता तोड़ दिया और जान से मारने की धमकी दी.
थाईलैंड में गोल्ड मेडल और प्रो-कार्ड इंटरनेशनल चैंपियनशिप में नाम कमाने वाली ही प्रिया सिंह का कहना है कि ये तो बस मेरी शुरुआत है, लेकिन मैं यही नहीं रुकना चाहती हूं और मैं यूनिवर्स और ओलंपिया में भी जाकर भारत और राजस्थान का नाम रोशन करना चाहती हूं.
कुछ ऐसा था घूंघट से बिकनी तक का सफर
8 साल में प्रिया सिंह की शादी हो गयी थी और फिर दो बच्चे हो गये. घर चलाने के लिए जिम में नौकरी की. भगवान की दया से कद काठी दूसरी महिलाओं के तुलना में अच्छी थी. फिटनेस में रुचि के चलते घंटों जिम में मेहनत करती रही और आखिरकार तमाम परेशानियों के बाद वो कर दिखाया जो किसी ने सोचा नहीं था. कांम्पिटीशन में भाग लेते वक्त प्रिया जानती थी कि स्टेड पर बिकनी पहननी पड़ेगी. ऐसे में सबसे पहले परिवार के लोगों से इजाजत ली गयी. प्रिया ने परिवार को स्पोट्र्स ब्रा, शॉट्र्स और बिकिनी दिखाई थी.
प्रिया सिंह बताती हैं कि मैंने परिवार को बताया था कि स्टेट चैंपियनशिप तक स्पोट्र्स ब्रा और शॉट्र्स पहन कर शामिल हो सकते हैं, लेकिन नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप में शामिल होने के लिए बिकिनी पहननी पड़ेगी. जिसके बाद प्रिया सिंह ने पूछा कि मैं किस चैंपियनशिप की तैयारी करूं या फिर बॉडी-बिल्डिंग छोड़ दूं ? ऐसे में परिवार के लोगों ने साथ दिया और कहा कि मुझे दोनों चैंपियनशिप की तैयारी करनी चाहिए.
राजस्थान सरकार से नाराजगी
प्रिया सिंह कहती है कि राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर हूं और थाईलैंड में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया है लेकिन फिर भी राजस्थान सरकार ने पूछा तक नहीं. यही नहीं प्रिया सिंह का का उनकी जाति को लेकर हो रहा विवाद भी परेशान करता है. उन्होंने कहा- एक ओर सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, तो दूसरी तरफ मुझे किसी ने पूछा तक नहीं. प्रिया सिंह का कहना है कि वो एक स्पोट्र्स पर्सन है और मेरी कोई जात बिरादरी है या समुदाय नहीं है. मैं सिर्फ एक खिलाड़ी हूं और खिलाड़ी को खिलाड़ी की नजर से ही देखा जाना चाहिए.
प्रिया सिंह बताती है कि बॉडी बिल्डिंग के लिए चटपटा खाना छोड़ना पड़ता है. मेरी बेटी उबला खाना नहीं खा सकती है. इसलिए वो जिम नहीं करती है. सेल्फ डिफेंस को जरूरी बताते हुए प्रिया सिंह ने कहा कि
हमें कभी अपनी जिंदगी के लिए मां-बाप या फिर किसी और को दोष नहीं देना चाहिए, क्योंकि खुद के लिए हम खुद ही सबसे अच्छा कर सकते हैं. खुद की सुरक्षा लड़कियों को खुद ही करनी होगी.
प्रिया सिंह के मुताबिक उन पर कर्जा है और अभी तक लोगों को पर्सनल ट्रेनिंग देकर ही वो गुजारा कर रही है. लेकिन अब ये मुश्किल हो रहा है. लोगों से आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है. जैसलमेर में एक फिल्म की शूटिंग में उनको बुलाया गया था लेकिन ट्रेनिंग के चलते वो नहीं जा सकी. बॉडी बिल्डिंग महंगी प्रैक्टिस है. जिसे करना अब मुश्किल हो रहा है.
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