बीकानेर: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की रजिस्ट्रार अनु चौधरी बीकानेर के दौरे पर है. जहां उन्होंने श्रीगंगानगर रोड सहित विभिन्न स्थानों पर झुग्गी झोपड़ियां बनाकर रहने वाले लोगों के चकगरबी में सम्मानजनक तरीके से पुनर्वास मॉडल का जायजा लिया.


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 नशे से दूर रखने का आह्वान


 इस दौरान जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की इस पहल को सराहा और कहा कि इसका अध्ययन करते हुए इसे दूसरे राज्य और जिलों में भी लागू करने का प्रयास किया जाएगा. जिससे अधिक से अधिक लोगों को ऐसे प्रयासों का लाभ मिल सके. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा दिलाने और नशे से दूर रखने का आह्वान किया. 


उन्होंने चकगरबी के सामुदायिक भवन में अस्थाई रूप से खोले गए प्राथमिक विद्यालय के बच्चों से मुलाकात की और स्कूल में नामांकन और बढ़ाने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर ने बताया कि यहां शिफ्ट किए गए लोगों के लिए पानी बिजली सड़क स्कूल सहित सभी आधारभूत व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाई गई है. यहां सामुदायिक भवन का निर्माण करवा दिया गया है. 



जल्दी ही स्कूल का भवन निर्माण की बात कही


वहीं बच्चों के आवश्यक दस्तावेज बनाने के लिए एनजीओ की मदद ली जा रही है उन्होंने कहा कि बताया कि भामाशाह द्वारा यहां जल्दी ही स्कूल का भवन निर्माण करवा दिया जाएगा. इस दौरान यूआईटी सचिव मुकेश बारठ ने भी चकगरबी की व्यवस्थाओं को देखा. साथ ही यहां रहने वाली काजल और शिवानी ने यहां शिफ्ट करने के बाद के अनुभव साझा किया.


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