PBM Hospital Bikaner: संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर सुविधा मिले इसके लिए सरकार और प्रशासन कई तरह की व्यवस्थाएं कर रहा है लेकिन इन व्यवस्थाओं के बावजूद अस्पताल के हालात में सुधार नहीं आ रहा है. हाल ही में संभागीय आयुक्त ने कई विभागों में शिकायत पुस्तिका रखकर आमजन के साथ स्टाफ का अच्छा व्यवहार नहीं होने पर शिकायत दर्ज करने की बात कही थी लेकिन लेकिन जब हमने हालात का जायजा लिया तो ना तो शिकायत पुस्तिका मिली और ना ही व्यवस्थाओं में कुछ सुधार दिखा.


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आए दिन मरीज और डॉक्टर के बीच हंगामा
पीबीएम अस्पताल में हमेशा शिकायत सुनने को मिलती है. यहां आए दिन मरीज और डॉक्टर के बीच हंगामा तो कभी दवाइयों को लेकर विवाद तो कभी यहां की अवस्था को लेकर हमेशा हंगामा होता हुआ दिखाई देता है.  इन्हीं अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाने के लिए बीकानेर के संभागीय आयुक्त नीरज के पवन नवाचार करते हुए सभी विभागों में एक शिकायत पुस्तिका रखवा उस में शिकायत दर्ज करने का प्रावधान रखा है इसके तहत जो भी शिकायत दर्ज होगी उसका 24 घंटे में उसका निस्तारण किया जाएगा लेकिन हाल और हालात वही है, जो पहले थे.  संभागीय आयुक्त के आदेश हवा होते हमें दिखाई दे रहे हैं.


आदेशों की उड़ रही धज्जियां
आयुक्त के आदेशों की जब हमने धरातल पर पड़ताल की तो आदेशों की हमें धज्जियां उड़ती हुई दिखाई दी. मरीजों की भीड़ लेकिन चेंबर में डॉक्टर नहीं, पंजीकरण काउंटर पर कोई स्टाफ नहीं मिलता है. मरीज अपने आप यहां आते हैं और पंजीयन की मोहर लगाते हैं. ना तो वहां कोई पर्ची देने वाला है और ना ही उनकी कोई शिकायत लिखने वाला है. शिकायत पुस्तिकाओं की बात करें तो कई विभागों के काउंटर पर नहीं मिली तो कहीं छुपाई हुई थी. जिससे शिकायत पुस्तिका आम आदमी की पहुंच से दूर होती दिखाई दे रही है.


व्यवस्था सुधारने के दावे की खुली पोल
इस विषय को लेकर जब हमने पीबीएम अधीक्षक पी के सेन से बात की तो उन्होंने कहा जहां भी ऐसी शिकायत मिल रही है उन विभागों के उपर कार्रवाई की जाएगी साथ ही उन कर्मचारी भी कार्रवाई की जाएगी जो पंजीयन ऑफिस में मोहर लगाने के लिए उपलब्ध नहीं रहते है हालांकि पीके सेन कई बार ऐसी व्यवस्था सुधारने के दावा कर चुके हैं लेकिन कर्मचारी अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं.


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संभाग आयुक्त नीरज के पवन ने बताया कि संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल होने कारण मरीजों की पीबीएम से बड़ी आशा बनी रहती है लेकिन यहां हमेशा शिकायतों का दौर चलता रहता है इसी शिकायत को दूर करने के लिए हमने सभी विभागों में एक शिकायत पुस्तिका रखी है जिससे मरीज और परिजनों को जो भी शिकायत होगी उसका तत्काल निराकरण किया जाएगा.


बता दें कि संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल होने के कारण यहां मरीजों का हमेशा जमावड़ा रहता है और हर रोज यहां हंगामा भी देखने को मिलता है जब तक अस्पताल प्रशासन और आम नागरिक का समन्वय नहीं बैठता तब तक यहां सुधार होना मुश्किल नजर आ रहा है, हालांकि प्रशासनिक अधिकारी इसको सुधारने की पहल कर रहे हैं इसका क्या नतीजा निकलता है ये आने वाले भविष्य में ही मालूम चलेगा.


Reporter-Tribhuban Ranga