महापौर के निर्देश पर जोधपुर बाईपास से एमआरएफ प्लांट तक होगा सड़क निर्माण, 1.50 करोड़ का टेंडर जारी
जोधपुर बाईपास से जोहड़बीड़ भेंरूजी मंदिर मार्ग लंबे समय से कच्चा मार्ग रहा है और इस मार्ग पर स्थित भैंरुजी मंदिर में सैंकड़ों श्रद्धालु रोज आते हैं.
Bikaner: जोधपुर बाईपास से जोहड़बीड़ भेंरूजी मंदिर मार्ग लंबे समय से कच्चा मार्ग रहा है. इस मार्ग पर स्थित भैंरुजी मंदिर में सैंकड़ों श्रद्धालु रोज आते हैं. बरसात के दिनों में मार्ग आवागमन में भरी असुविधा होती है. इस मार्ग पर सड़क बनाने का मुख्य कारण भैंरूजी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के साथ नगर निगम की तीन महत्वपूर्ण इकाइयों का होना है.
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बाईपास से प्रवेश होते ही पहले 140 करोड़ की लागत से अमृत योजना के अंतर्गत बना 20 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, डंपिंग यार्ड तथा वेइंग ब्रिज और करीब 1.5 करोड़ की लागत से बन रहा एमआरएफ प्लांट. नगर निगम द्वारा डंपिंग यार्ड की बाउंड्री वॉल का भी कार्य करवाया जा रहा है. एमआरएफ सेंटर से डंपिंग यार्ड तक इस बाउंड्री वॉल के बन जाने से डंपिंग यार्ड में आने वाला कचरा अब रास्ते में नही आएगा. डंपिंग यार्ड को व्यवस्थित करने के लिए नगर निगम द्वारा पोकलेन मशीन भी लगाई गई है.
बाउंड्री वॉल बन जाने से आवारा गौवंश का आवागमन भी डंपिंग यार्ड में रोका जा सकेगा. डंपिंग यार्ड पर आने वाले कचरे की एमआरएफ सेंटर शुरू होने तक छंटाई और निस्तारण हेतु भी नगर निगम द्वारा बोली आमंत्रित कर कार्या देश दे दिया है, जिससे निगम को 13 लाख 57 हजार रुपए की वार्षिक आय हुई है.
महापौर सुशीला कंवर ने बताया की इस मार्ग पर अब आवागमन काफी बढ़ गया है. डंपिंग यार्ड होने के कारण ऑटो टीपर, ट्रैक्टर और डंपर यहां कचरा निस्तारण के लिए आते हैं. आगे भैंरूजी का मंदिर है, जहां सैंकड़ों श्रद्धालु श्रद्धा स्वरूप रोज दर्शन को आते हैं. बरसात के समय में कीचड़ और मिट्टी के कारण आवागमन में काफी असुविधा होती है.
इन सभी कारणों को देखते हुए सड़क निर्माण का निर्णय लिया गया है. फिलहाल बाईपास से एमआरएफ सेंटर तक की सड़क बनाई जा रही है. साथ ही डंपिंग यार्ड की बाउंड्री का कार्य भी अंतिम चरण में है. बाउंड्री बन जाने से डंपिंग यार्ड का कचरा रास्ते पर नहीं आएगा. पोकलेन मशीन लगाकर डंपिंग यार्ड के कचरे को भी व्यवस्थित करवाया जा रहा है. एमआरएफ सेंटर का कार्य भी 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है. जल्द ही मशीनरी स्थापना कर शहर से संग्रहित कचरे का समुचित निस्तारण किया जा सकेगा. आगामी 6 माह में सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे.
उपमहापौर राजेंद्र पंवार ने महापौर सुशीला कंवर का आभार जताते हुए कहा कि डंपिंग यार्ड पर आवारा गौवंश को रोकने हेतु बाउंड्री वॉल और सड़क निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही थी. मैं स्वयं भी जोहड़बीड़ भैंरूजी मंदिर जाता हूं. महापौर जी और अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया था की पहले बाउंड्री वॉल बनवाकर डंपिंग यार्ड को व्यवस्थित किया जाएगा, उसके बाद सड़क निर्माण करवाया जाएगा. बाउंड्री वॉल का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. सड़क निर्माण की निविदा भी जारी हो गई है. जल्द ही आने वाले सभी श्रद्धालुओं की इस समस्या का स्थाई निराकरण हो पाएगा.
Reporter: Raunak Vyas